Uttarakhand martyr Komal Khugshal: तीन वर्ष पूर्व हुई थी शहीद कोमल की शादी, अपने पीछे छोड़ गए हैं डेढ़ साल के मासूम बेटे कनिष्क सहित भरा पूरा परिवार…
मां भारती की सेवा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले उत्तराखण्ड का एक और लाल बीते रोज पंचतत्व में विलीन हो गया। बता दें कि 20 गढ़वाल राइफल में तैनात राइफलमैन कोमल खुगशाल के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक घाट दंगलेश्वर सतपुली में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गईं। परिजनों के अंतिम दर्शन के बाद शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई इस अवसर पर उमड़े विशान जनसैलाब ने मां भारती के इस वीर सपूत को भावभीनी विदाई दी। इस दौरान समूचा क्षेत्र भारत माता की जय, कोमल तुम अमर रहो, जब तक सूरज चांद रहेगा कोमल तेरा नाम रहेगा के नारों से गूंजायमान हो उठा। शहीद की चिता को उनके पिता रामप्रसाद खुगशाल ने मुखाग्नि दी।
(Uttarakhand martyr Komal Khugshal)
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गौरतलब है कि मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कल्जीखाल ब्लॉक के कुड़ी गांव निवासी कोमल खुगशाल पुत्र रामप्रकाश खुगशाल की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ जाने से अकस्मात निधन हो गया था। उनके निधन की खबर से जहां परिवार में कोहराम मच गया वहीं तिरंगे में लिपटे जवान बेटे के पार्थिव शरीर को देखकर परिजन बेसुध हो गए। परिजनों की आंखों से अश्रुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार को जैसे ही जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा तो हृदय को विदिर्ण कर देने वाले पर परिजनों के रूदन क्रंदन ने वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम कर दी। बताते चलें कि वर्तमान में कोमल की तैनाती पंजाब के भटिंडा में थी। तीन वर्ष पहले ही उनकी शादी हुई थी। वह अपने पीछे डेढ़ साल के मासूम बेटे कनिष्क सहित भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं।
(Uttarakhand martyr Komal Khugshal)
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