Almora Tendua attack: घात लगाकर छिपे तेंदुए ने एकाएक किया किशोर पर हमला, चीख पुकार सुनकर तेंदुए से भिड़ गए किशोर के पिता…
सच ही कहा जाता है कि बच्चे माता-पिता की आंखों के तारे होते हैं। बच्चों को छोटी सी खरोंच आने पर ही माता-पिता की आंखों से आंसू निकल आते हैं, यही कारण है कि परिजन कई बार खुद की जान को जोखिम में डालकर भी नौनिहालों को मौत के मुंह से बचा लाते हैं। ऐसी ही एक खबर आज राज्य के अल्मोड़ा जिले से सामने आ रही है जहां, घर के आंगन में मुर्गी लेने गए एक 14 वर्षीय किशोर पर आदमखोर तेंदुए ने एकाएक हमला कर दिया। इससे किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल किशोर की चीख पुकार सुनकर तुरंत दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे उसके पिता, जैसे ही उसे बचाने की कोशिश करने लगे तो तेंदुए ने उन पर भी धावा बोल दिया, जिस पर वह तेंदुए से भिड़ गए। वो तो गनीमत रही कि शोर सुनकर घटनास्थल की ओर आते ग्रामीणों को देखकर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया अन्यथा एक भयावह दुर्घटना घटित हो सकती थी। बहरहाल एक पिता ने अपनी जान जोखिम में डालकर एक बार फिर अपने बेटे को मौत के मुंह से छुड़ा लिया। इस घटना से जहां पूरे गांव में दहशत का माहौल है वहीं ग्रामीणों ने किशोर के पिता के साहस, और सूझबूझ की सराहना भी कर रहे हैं।
(Almora Tendua attack)
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा ब्लॉक के रणाऊ गांव निवासी पान सिंह का 14 वर्षीय पुत्र आनंद सिंह बगड़वाल बीती शाम को अपने घर के आंगन में पालतू मुर्गी को लाने गया था। बताया गया है कि इसी दौरान वहां पहले से घात लगाकर छिपे एक आदमखोर तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। तेंदुए के हमले में आनंद गंभीर रूप से घायल हो गया। तेंदुए ने उसके सिर, हाथ और पीठ पर पंजे से वार कर लहुलुहान कर दिया। आनंद की चीख सुनकर उसे बचाने के लिए जैसे ही उसके पिता पान सिंह मौके पर पहुंचे तो तेंदुए ने उन पर भी झपट्टा मारकर हमला कर दिया। चीख पुकार सुनकर गांव के अन्य लोगों को मौके पर आता देखकर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। जिसके बाद घायल पिता पुत्र को सीएचसी लमगड़ा लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। उधर दूसरी ओर जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे सिविल सोयन वन प्रभाग अल्मोड़ा के डीएफओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया ने बताया कि तेंदुए के हमले में घायल दोनों पिता-पुत्रों को 15-15 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। जिसकी पांच-पांच हजार की पहली किस्त जारी कर दी गई है। इस घटना से दहशतज़दा ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने या तेंदुए को मारने की मांग की है।
(Almora Tendua attack)