Champawat News Today: पहाड़ की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं, सीमांत तल्लादेश में एंबुलेंस भी दे रही है दगा, चंपावत से 31 किमी दूर मंच पहुंचने में एंबुलेंस को लग गए दो घंटे 40 मिनट….
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति आज किसी से छिपी नहीं है। जहां एक ओर पहाड़ के अस्पताल महज रेफर सेंटर बने हुए हैं वहीं दूरस्थ क्षेत्रों में ग्रामीणों को एंबुलेंस के लिए भी घंटों राह देखनी पड़ रही है। आज फिर इसी से जुड़ा एक ताजा मामला चंपावत जिले से सामने आया है जहां पेड़ से गिरी एक महिला घायल अवस्था में करातीहती रही लेकिन एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची इतना ही नहीं इस मामले में एक अजीबोगरीब घटना भी हुई है।
आईए आपको पूरे मामले से अवगत कराते हैं।
(Champawat News Today)
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के चंपावत जिले के सीमांत मंच गांव निवासी जानकी देवी पत्नी राजेश सिंह, रोज की तरह बीते शुक्रवार को भी गांव की कुछ अन्य महिलाओं के साथ दो किमी दूर जंगल में चारापत्ती लेने गई थी। बताया गया है कि इसी दौरान वह पेड़ से गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गई। जिस पर उसके साथ जंगल गई महिलाएं कविता देवी, रेखा देवी, सविता, बबीता, ममता और खीमा देवी किसी तरह घायल जानकी को घर तक लाईं। जिसके बाद परिजनों ने करीब 11 बजे 108 में फोन कर घटना की जानकारी दी लेकिन जिला मुख्यालय से 31 किमी दूर स्थित मंच गांव में 108 एंबुलेंस करीब एक बजकर चालीस मिनट पर पहुंची। जिसके बाद जानकी को जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां ताज्जुब की बात यह भी है कि जिस 108 एंबुलेंस को चंपावत से मंच तक पहुंचने में 160 मिनट लगे वहीं एंबुलेंस वापसी में महज 77 मिनट में मंच से जिला अस्पताल चंपावत पहुंच गई। अब एंबुलेंस पहुंचने में देरी क्यों हुई? इस बारे में 108 एंबुलेंस सेवा के संचालक भी कोई स्पष्ट जबाव नहीं दे पा रहे हैं।
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