Uttarakhand uterine tumor surgery: पहाड़ के अस्पताल में डॉक्टरों ने किया ट्यूमर का सफल आपरेशन, बुर्जुग महिला को दिलाई परेशानी से निजात…
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की खबरें तो आए दिन सुनने को मिलती ही रहती है लेकिन आज एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे सुनकर वाकई आपका ह्रदय गदगद हो जाएगा। वैसे भी डॉक्टरों को भगवान का रूप माना जाता है और इसका साक्षात उदाहरण अल्मोड़ा के अस्पताल में तब देखने को मिला जब अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक सर्जन डॉ पीके सिन्हा ने बुजुर्ग महिला के पेट से 8 किलो का ट्यूमर निकाल उसकी जान बचा दी। सबसे खास बात तो यह है कि अस्पताल में सुविधाओं और अन्य संसाधनों के अभाव के बावजूद इस तरह का जटिल ऑपरेशन हुआ है।
(Uttarakhand uterine tumor surgery)
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के दुनाड़ गांव निवासी 70 वर्षीय पार्वती देवी 15 दिन पूर्व इलाज के लिए महिला चिकित्सालय पहुंची। बताया गया है कि पार्वती बीते 10 वर्ष से बच्चेदानी में गांठ से पीड़ित थी। पर्याप्त संसाधन नहीं होने पर बुजुर्ग को महिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। लेकिन बाहरी क्षेत्र में इलाज के लिए संसाधन नहीं होने के कारण बुजुर्ग महिला एक बार फिर दवाई लेकर वापस अपने घर चले गई। उसके बाद जब दिक्कत बढ़ने लगी तो बुजुर्ग महिला इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंची। जहां उन्होंने प्रमुख चिकित्साधीक्षक सर्जन डॉ. पीके सिन्हा को दिखाया। जिस पर डाक्टर ने चेकअप कर 10 दिन की दवा दी और उसके बाद ऑपरेशन की बात कही।
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बता दें कि बीते शुक्रवार को सर्जन डॉ. सिन्हा ने उनका सफल ऑपरेशन कर उनके पेट से आठ किलो का ट्यूमर निकाला। जिसके बाद बुजुर्ग महिला बिलकुल स्वस्थ है। इस पूरे मामले में सबसे अच्छी बात तो यह है कि पार्वती का पूरा इलाज न केवल पहाड़ में उनके घर के नजदीक के अस्पताल में ही हो गया वहीं उनका यह उपचार पूरी तरह नि:शुल्क किया गया। जिस पर बुजुर्ग के स्वजनों ने चिकित्सकों का आभार जताया है। इस मामले में डॉ. सिन्हा ने बताया कि हालांकि पहाड़ के अस्पतालों में संसाधनों की कमी है, लेकिन अगर मन में इच्छा हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। आपको बता दें कि इलाज करने वाले चिकित्सकों की टीम में डॉ. सौरभ सिंह, डॉ. मनोरंजन पंत, डॉ. कविता, डॉ. इन्दु पुनेठा शामिल थे।
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