Sanjay Upadhyay young scientist award: वर्तमान में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में भौतिक विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं संजय, एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हुए अपनी कड़ी मेहनत से हासिल किया यह मुकाम…
राज्य के होनहार युवा वाशिंदे आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। अपनी काबिलियत के दम पर सफलता के ऊंचे ऊंचे मुकाम हासिल करने वाले राज्य के इन होनहार युवाओं ने अनेकों बार अपनी अभूतपूर्व उपलब्धियों से समूचे प्रदेश को गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है। जिनकी खबरें हम आए दिन आप तक पहुंचाते रहते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्हें यंग साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले एवं वर्तमान में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में भौतिक विज्ञान विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर कार्यरत संजय उपाध्याय की, जिन्हें केंद्र सरकार के प्रतिष्ठित इंडियन नेशनल साइंस अकादमी संस्थान द्वारा यंग साइंटिस्ट अवार्ड से नवाजा गया है।
(Sanjay Upadhyay young scientist award)
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बता दें कि संजय उपाध्याय मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग तहसील क्षेत्र के रहने वाले हैं। वह बीते एक वर्ष से हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। लम्बे समय से मल्टी फेरोइक एवं फेरो इलेक्ट्रिक मैटीरीयल पर शोध कर रहे संजय भारत के विभिन्न प्रांतों के साथ ही विश्व के कई देशों अमेरिका, चीन, सिंगापुर, पौलेंड, चेक गणराज्य में भी इस विषय पर शोध कार्य कर चुके हैं। बता दें कि एक सामान्य परिवार से यह अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल करने वाले संजय के पिता स्वर्गीय दीप चंद्र उपाध्याय जहां पिथौरागढ़ नगर में जनरल स्टोर की दुकान चलाते थे वहीं उनकी मां मुन्नी उपाध्याय एक कुशल गृहिणी हैं। संजय की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके गृहक्षेत्र के साथ ही विश्वविद्यालय परिवार में भी खुशी की लहर है।
(Sanjay Upadhyay young scientist award)
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