Neha Bhandari nursing lieutenant: अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते नेहा ने समूचे देश में हासिल की 110वीं रैंक, 3 जून को कलकत्ता में देंगी ज्वाइनिंग….
Neha Bhandari nursing lieutenant
राज्य की होनहार बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। अपनी काबिलियत के दम पर सफलता के ऊंचे ऊंचे मुकाम हासिल कर समूचे देश प्रदेश को गौरवान्वित करने वाली राज्य की इन प्रतिभावान बेटियों से हम आपको आए दिन रूबरू कराते रहते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने मिलिट्री नर्सिंग सर्विस की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के कुंजणी पट्टी के पिपलेथ (गणधार) गांव निवासी नेहा भंडारी की, जो भारतीय सेना की मेडिकल विंग में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बन गई है। सबसे खास बात तो यह है कि मिलिट्री नर्सिंग सर्विस परीक्षा के परिणामों में नेहा ने समूचे देश में 110 वीं रैंक हासिल की है। नेहा की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके घर पर भी बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
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सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती है नेहा, कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते हासिल की सफलता:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस अभूतपूर्व उपलब्धि को हासिल कर अपने परिजनों के साथ ही समूचे प्रदेश का मान बढ़ाने वाली नेहा एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती है। उनके पिता बलवीर भंडारी जहां पेशे से एक किसान हैं वहीं उनकी मां विमला देवी एक कुशल गृहिणी हैं। आपको बता दें कि नेहा ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय से प्राप्त की है। तदोपरांत उन्होंने श्री गुरुराम राय स्कूल नरेन्द्र नगर से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात बीते वर्ष 2023 में राजकीय नर्सिंग कॉलेज सुरसिंगधार से बीएससी नर्सिंग की डिग्री हांसिल की। जिसके बाद से ही वह मिलिट्री नर्सिंग सर्विस परीक्षा की तैयारियों में जुट गई और अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते समूचे देश में 110वीं रैंक हासिल की। बताया गया है कि वह आगामी 3 जून को कलकत्ता में अपनी ज्वाइनिंग देंगी। बताते चलें कि उनके दादा स्व. बचन सिंह भंडारी और उनके ताऊ विजयपाल भंडारी भी भारतीय सेना की गढ़वाल रैजीमैंट में तैनात रहकर मां भारती की सेवा कर चुके हैं। उनके दादा जहां हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे वहीं उनके ताऊ एक रिटायर्ड सूबेदार हैं। नेहा ने अपनी इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरुजनों को दिया है।
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