Vaibhav Bijlwan RIMC dehradun : देहरादून के 12 वर्षीय वैभव बिजल्वाण राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज के लिए हुए चयनित, बढ़ाया परिजनों का मान…..
Vaibhav Bijlwan RIMC dehradun : उत्तराखंड में प्रतिभावान नौनिहालों की कोई कमी नहीं है यहां के नौनिहाल शिक्षा के क्षेत्र से लेकर खेलकूद के क्षेत्र समेत अन्य सभी क्षेत्रों में भी अपना विशेष योगदान दे रहे हैं जो बेहद सराहनीय और प्रशंसा के काबिल है। प्रदेश के होनहार बच्चे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में उच्च मुकाम हासिल कर अपने माता-पिता का मान बढ़ा रहे है इसके साथ ही अन्य बच्चों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनते जा रहे हैं। हम आए दिन आपको ऐसे ही होनहार बच्चों से रूबरू करवाते रहते हैं जिन्होंने किसी विशेष क्षेत्र में उपलब्धि हासिल की हो। आज हम आपको देहरादून के वैभव बिजल्वाण से रूबरू करवाने वाले हैं जिनका चयन RIMC के लिए हुआ है।
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Vaibhav Bijlwan rastriya Indian Military College dehradun बता दें राजधानी देहरादून के विद्या विहार फेज एक के निवासी 12 वर्षीय वैभव बिजल्वाण देश के सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) के लिए चयनित हुए है। दरअसल वैभव को बचपन से फुटबॉल खेलने का शौक था जिसके चलते उनका सपना था कि वह पुर्तगाल की किसी प्रसिद्ध फुटबॉल अकादमी में दाखिला लेकर एक पेशेवर खिलाड़ी बने । जिसके बाद उन्होंने इस बारे में अपने पिता जगदंबा प्रसाद से बात की इस पर वैभव के पिता ने कहा कि फुटबॉल में उत्कृष्टता हासिल करने के साथ ही पढ़ाई भी जरूरी है। इसलिए वैभव के पिता ने उनका दाखिला RIMC मे करवाया ताकि वे पढ़ाई और फुटबॉल दोनों में ध्यान दे सके। पिता की इस सीख के बाद वैभव ने अपनी कड़ी मेहनत के चलते RIMC की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की ।
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वैभव के पिता ने बताया कि RIMC मे सभी प्रदेशों के लिए 25 सीट और उत्तराखंड के लिए मात्र एक सीट थी जिसमें उनके बेटे ने लिखित और साक्षात्कार में विशेष उपलब्धि हासिल की है जिसके चलते उनका चयन हुआ है। बताया जा रहा है कि परीक्षा 30 जून को हुई थी जबकि साक्षात्कार 8 नवंबर को हुआ था लेकिन मेरिट लिस्ट बीते शुक्रवार 13 दिसंबर को RIMC की वेबसाइट पर जारी की गई थी । वही अब वैभव को 10 वीं के बाद सेना का अधिकारी बनने में राह आसान होने वाली है । वैभव की इस विशेष उपलब्धि के बाद से उनके परिजनों में खुशी का माहौल है वहीं वैभव को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। बताते चले वैभव के पिता जगदंबा प्रसाद बिजल्वाण उत्तरकाशी में एसडीआरएफ में निरीक्षक के पद पर तैनात है। जबकि वैभव की माता निर्मल साइबर सेल एसएसपी कार्यालय देहरादून में उप निरीक्षक के पद पर तैनात है।