मुस्लिम परिवार ने बेटी की शादी के कार्ड में छपवाई भगवान राम-सीता की फोटो, बताया ये कारण
आजकल जहां तमाम राजनीतिक दल देशवासियों को हिंदू-मुस्लिम में बाटकर राजनीति कर रहे हैं और हिन्दू मुस्लिम के नाम पर वोट मांग रहे हैं। वहीं आज हम आपको एक ऐसी खबर से रूबरू करा रहे हैं जिसको साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। यह खबर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की है जहां शाहजहांपुर जिले में रहने वाले एक मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी की शादी के निमंत्रण कार्ड पर भगवान श्रीराम और माता सीता की जोड़ी की सुन्दर तस्वीर छपवाकर देश के धर्मनिरपेक्षतावादी होने की बात को एक बार फिर सच साबित करके दिखाया है। यह मुस्लिम परिवार उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है जो देश को धर्म के आधार पर बाटकर भारत की एकता और अखंडता को कमजोर करना चाहते हैं। धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए मुस्लिम परिवार की इस पहल की जितनी तारीफ की जाए वो भी कम है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के चिलाउवा गांव में रहने वाले एक मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी रूखसार की शादी के निमंत्रण कार्ड पर भगवान राम और सीता की फोटो छपवाकर साम्प्रदायिक सौहार्द की एक अद्भुत मिसाल पेश कर भारत के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को बढ़ावा दिया है। बेटी के शादी के कार्ड पर भगवान राम और सीता के फोटो छपवाने का कारण पूछने पर रूखसार की मां बेबी का कहना है कि “हमारे गांव में सभी हिन्दू और मुस्लिम एक साथ रहते हैं, और हम भी शादी के कार्ड पर भगवान राम-सीता की फोटो छापकर धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देना चाहते हैं।” साथ ही वह यह भी कहती है कि हमें धर्म के आधार पर नहीं बंटना चाहिए। इस बाबत दुल्हन के भाई मोहम्मद उमर कहते हैं कि गांव में हमारे द्वारा दिए जा रहे निमंत्रण पत्र को खुशी से स्वीकार किया जा रहा है और हमें लोगों की इस प्रतिक्रिया को देखकर बहुत खुशी हो रही है।
