leapord in uttarakhand: आदमखोर तेंदुए ने फिर बनाया एक महिला को अपना निवाला, पिछले महीने भी भुमियादेव मंदिर जाती महिला को उतारा था मौत के घाट..
उत्तराखंड में जंगली जानवरों को आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीणों की मांग पर आंखें मूंदने वाले वन विभाग की लापरवाही के कारण आज फिर राज्य की एक महिला आदमखोर तेंदुए (leapord in uttarakhand) का निवाला बन गई। मामला राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी का है जहां शनिवार सुबह आदमखोर तेंदुए ने घास लेने गई एक महिला को निवाला बना लिया। महिला का क्षत-विक्षत शव करीब दो घंटे की खोजबीन के बाद जंगल में पड़ा मिला। ऐसा नहीं है कि क्षेत्र में इस तरह की घटना पहली बार हुई हो और ना ही क्षेत्र में तेंदुआ पहली बार दिखा बल्कि यह वही तेंदुआ है जिसने पिछले महीने भुमियादेव मंदिर जाती एक महिला को मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद से ही तेंदुआ हल्द्वानी के आसपास के इलाकों में लगातार नजर आ रहा था। जिस पर क्षेत्र के लोगों और जनप्रतिनिधियों ने आदमखोर तेंदुए को पकड़ने की मांग वन विभाग से कई बार की थी। जिस पर भी वन विभाग के अधिकारी लापरवाहीपूर्वक कानों में उंगली डाले सोए रहे जिसका खामियाजा आज फिर एक महिला को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों के बार-बार कहने पर तेंदुए को पकड़ने के लिए क्षेत्र में कई जगह पिंजरे लगाए थे परन्तु वह इस आदमखोर को पकड़ने में नाकामयाब रहे।
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काफी खोजबीन के बाद जंगल से बरामद हुआ महिला का क्षत-विक्षत शव, ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश:-प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील के रानीबाग में रहने वाली पुष्पा सांगुड़ी रोज की तरह शनिवार सुबह भी क्षेत्र की अन्य महिलाओं के साथ घास काटने के लिए गौला बैराज के पास जंगल में गई थी। बताया गया है कि सुबह साढ़े आठ बजे के करीब जंगल में घात लगाकर बैठे तेंदुए ने पुष्पा पर हमला कर दिया। पुष्पा की चीख सुनकर पास में ही घास काट रही अन्य महिलाएं इससे पहले कि कुछ सोचती-समझती तेंदुआ (leapord in uttarakhand) पुष्पा को लेकर घटनास्थल से भाग गया। जंगल में महिलाओं की चीख-पुकार सुनकर जंगल में पहुंचे ग्रामीणों को जब घटना का पता चला तो उनके होश ही उड़ गए। ग्रामीणों द्वारा घटना की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ महिला की खोजबीन शुरू की। लगभग दो घंटे तक काफी खोजबीन करने के बाद पुष्पा का शव क्षत-विक्षत हालत में जंगल से बरामद हुआ। घटना से जहां पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है वहीं ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ काफी रोष भी व्याप्त है। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि यदि उनकी बातों को वन विभाग के अधिकारियों ने गम्भीरता से सुनकर तेंदुए को पकड़ा होता तो शायद आज यह दुखद घटना नहीं होती।
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