उत्तराखण्ड में बीते चार दिनों में चार वीर सपूत भारत माँ की रक्षा के लिए न्योछावर कर चुके है। समूचे प्रदेश में शोक की लहर है। बताते चले की दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के पिंगलिन इलाके में बीते रविवार 12 बजे से हुई मुठभेड़ में देहरादून के मेजर विभूति ढौंडियाल शहीद हो गए हैं। उनका मूल गांव पौड़ी जिले स्थित बैजरो ढौंड गांव है। उनका पार्थिव शरीर शाम को तक़रीबन 5 बजे विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच चूका है। जहां सेना के जवानों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद सेना वाहन शहीद का पार्थिव शरीर लेकर देहरादून मिलिट्री हॉस्पिटल ले गए। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर घर पर लाया जाएगा। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने जम्मू कश्मीर में शहीद हुए देहरादून निवासी मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल और मेजर चित्रेश बिष्ट की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि अदम्य साहस और शौर्य का प्रदर्शन करते हुए मेजर बिष्ट और मेजर ढौंडियाल ने कर्तव्य पालन और राष्ट्र की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान दिया है।
⇒शहीद मेजर ढौंडियाल: जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को ढेर कर शहीद हुआ उत्तराखण्ड का लाल
माँ है दिल की मरीज : मेजर विभूति की पत्नी को खबर दी तो वो इस दुखद खबर को सुनकर ही बिलख पड़ी ,लेकिन उनकी पत्नी ने अभी तक उनकी माँ सरोज ढौंडियाल को फोन पर उनके पैर में गोली लगने और अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी है, क्योकि वह दिल की मरीज हैं। गत वर्ष अप्रैल में ही मेजर विभूति का विवाह फरीदाबाद निवासी निकिता कौल से हुआ था। निकिता कश्मीर विस्थापित पंडित परिवार से ताल्लुक रखती हैं। मेजर तीनो बहनो के छोटे एकलौते भाई थे। उत्तराखण्ड का यह वीर सपूत 2 आंतकियो को ढेर करने के बाद ही शहीद हुआ। उनकी यह शहादत हर किसी के दिल में एक वीर गाथा के रूप में हमेश जिवंत रहेगी। एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने उस इमारत को उड़ा दिया जिसमें आतंकी छिपे थे।जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में रविवार रात 12 बजे से चल रहे एनकाउंटर में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। ये मुठभेड़ पुलवामा के पिंगलीना में चल रही है। इसी मुठभेड़ में मेजर डीएस डोंडियाल शहीद हुए हैं।