उत्तराखण्ड के लोकगीतों से पहाड़ की संस्कृति को एक नयी ऊंचाई पर पहुंचाने वाले सुप्रसिद्ध लोकगायक स्वर्गीय पप्पू कार्की के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है , आज भी उनकी अमर आवाज लोगो के दिलो में जीवंत है। जहॉ नवम्बर माह में उत्तराखण्ड लोकगीतों और अपनी लोकसंस्कृति के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए उत्तराखंड फिल्म एसोसिएशन की ओर से कुमाऊंनी गीतों के सुप्रसिद्ध लोकगायक स्वर्गीय पप्पू कार्की को मरणोपरांत लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।वही देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें संगीत अलंकरण सम्मान से नवाजा गया, यह सम्मान उनके सुपुत्र दक्ष कार्की को प्रदान किया गया। लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड उनकी माता कमला कार्की को प्रदान किया गया था।
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बता दे की देहरादून में उत्तराखण्ड के भूतपूर्व सीएम रह चुके स्व. नित्यानंद स्वामी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के हाथों लोकगायक स्व. पप्पू कार्की के बेटे दक्ष कार्की को यह सम्मान प्रदान किया गया। दक्ष कार्की की माँ कविता कार्की भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुई है। इसके साथ ही राजनीति, संगीत, शिक्षा, उद्योग व स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम करने वालों को भी सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री इस दौरान मौजूद रहे। स्वर्गीय पप्पू कार्की ने अपनी जादुई आवाज से लोगो के बिच ऐसी अमिट छाप छोड़ी , की मरणोपरांत भी उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया गया। दक्ष कार्की अपने अब यूट्यूब से उत्तराखण्ड के बड़े बड़े मंचो का सफर तय करने लगा है, अब कह सकते है हुनरमंद दक्ष कार्की अब अपनी पिता का विरासत सँभालने लगा है। इतना ही नहीं हुनरमंद दक्ष कार्की ने अपने पिता के यूट्यूब चैनल को सिल्वर बटन भी दिलवाया जो कभी पप्पू कार्की की दिलीख्वाहिश थी।