उत्तराखण्ड :पुलवामा शहीदों के परिजनों ने भारतीय वायुसेना के एयर स्ट्राइक पर कही अपने दिल की बात
भारत की वायुसेना द्वारा सोमवार तड़के की गई एयर स्ट्राइक से जहां एक ओर देशवासियों में खुशी की लहर है और सभी का जोश चरम सीमा पर है, वहीं पुलवामा सहित विभिन्न आतंकी हमलों में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों के परिजनों के कलेजों को भी वायुसेना की इस कार्रवाई से आज ठंडक मिली है। यही उत्साह एवं जोश वीरभूमि उत्तराखंड में भी देखने को मिला है। उत्तराखंड सहित सम्पूर्ण देश ने वायुसेना की इस अद्भुत कार्रवाई की तहे दिल से सराहना की है। बात शहीदों के परिजनों की करें तो सभी शहीदों के परिजनों ने एकसुर में बदले की कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए वायुसेना के वीर जांबाजों को सलाम किया है। 14 फरवरी को पुलवामा हमले में शहीद हुए उधमसिंह नगर जिले के वीर सपूत वीरेंद्र सिंह राणा की पत्नी रेनू देवी ने कहा कि बदला लिया है, अच्छी बात है, थोड़ी संतुष्टि मिली है, पूरी तब मिलेगी जब सभी आतंकियों को पूरी तरह सफाया कर दोगे। शहीद विरेन्द्र के पिता दीवान सिंह राणा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हां बदला लिया है, सब आतंकियों को मारो, पाकिस्तान में घुस-घुसकर मारो, मसूद अजहर भी नहीं बचना चाहिए।
भारतीय वायुसेना के मिराज विमान हादसे में शहीद दून के स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी के पिता बलबीर सिंह नेगी कहते हैं कि वायुसेना ने जिस तरह से आतंकियों के ट्रेनिंग कैंपों को निशाना बनाकर कार्रवाई की है वह वाकई काबिले तारीफ है और उसके लिए वायुसेना के जांबाज जवान निसंदेह सैल्यूट के काबिल हैं। सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर नेगी ने इसके साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ बहुत पहले ही कार्रवाई की जरूरत थी। आज भारत ने पहली बार इजराइल की तर्ज पर आतंकवाद के सरपरस्तों को कड़ा जवाब दिया है, वाकई यह काबिले तारीफ है। बता दें कि पुलवामा हमले से पहले 1 फरवरी को भारतीय वायुसेना का एक लड़ाकू विमान मिराज-2000 बेंगलुरु में एक परीक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में वायुसेना के दो वरिष्ठ पायलट शहीद हो गए थे। जिनमें देहरादून के स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी भी शामिल थे।
शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता एसएस बिष्ट : पुलवामा हमले के बाद 16 फरवरी को कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में IED ब्लास्ट में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता एसएस बिष्ट कहते हैं कि वह वायुसेना की कार्रवाई से संतुष्ट हैं लेकिन घायल सांप को अब छोड़ना नहीं चाहिए बल्कि अब सांप के फन को पूरी तरह कुचलना चाहिए जिससे फिर कोई देश का वीर बेटा पुलवामा जैसे हमलों का शिकार ना हो। बेटे की तेरहवीं पर मंगलवार को शहीद चित्रेश के मायूस पिता ने कहा कि एयर स्ट्राइक से एक आशा की किरण सामने आई है कि अब मेरे शहीद बेटे का बदला पूरा होगा। उन्होंने सरकार और वायुसेना के इस कदम को सराहनीय बताते हुए कहा कि अब यह रूकना नहीं चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि यह कार्रवाई पुलवामा हमले का पूरा बदला नहीं है, यह केवल पांच प्रतिशत ही है। भारत को पाकिस्तान और आतंकवादियों पर इससे भी बड़ी कार्रवाई करनी होगी तब जाकर उनके बेटे सहित पुलवामा हमले के 40 शहीद जवानों की आत्मा को शांति मिलेगी।