मशहूर शिकारी जॉय हुकिल (Hunter Joy Hukil) ने पिथौरागढ़ में ढेर किया आदमखोर तेंदुआ (Leopard), ग्रामीणों ने ली राहत की सांस..
राज्य में बढ़ते मानव-वन्य जीव संघर्ष के बीच पिथौरागढ़ जिले से एक अच्छी खबर सामने आ रही है जहां भट्टीगांव में बीते सात अक्टूबर को एक मासूम बच्ची को निवाला बनाने वाले आदमखोर तेंदुए को मशहूर शिकारी जॉय हुकिल (Hunter Joy Hukil) ने अपनी गोली से ढेर कर दिया है। बताया गया है कि हुकिल ने रविवार देर रात को आदमखोर तेंदुए (Leopard) को अपना निशाना बनाया। तेंदुए के मारे जाने से जहां क्षेत्रवासियों ने करीब एक महीने बाद राहत की सांस ली है वहीं वन विभाग की मुश्किलें भी कम हुई है। बता दें कि तेंदुए द्वारा मासूम बच्ची को निवाला बनाने के बाद ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए न सिर्फ क्षेत्र में पिंजरे लगाए थे बल्कि तेंदुए को आदमखोर घोषित कर क्षेत्र में मशहूर शिकारी जॉय हुकिल को भी तैनात किया गया था। जो बीते चार नवंबर से अपनी टीम के साथ आदमखोर तेंदुए की चहलकदमी पर नजर बनाए हुए थे। इसके साथ ही वन विभाग की टीम भी क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही थी।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: पहाड़ में आदमखोर गुलदार ने मासूम बच्ची को बनाया निवाला, मिला क्षत विक्षत शव
सात वर्षीय मादा तेंदुआ था आदमखोर, रविवार रात नौ बजे बना शिकारी जॉय हुकिल का 40वां शिकार:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार पौड़ी गढ़वाल निवासी मशहूर शिकारी जॉय हुकिल ने बीते रविवार देर रात पिथौरागढ़ जिले में एक आदमखोर तेंदुए को मार गिराया। यह आदमखोर तेंदुआ शिकारी हुकिल का 40वां शिकार बना। बताया गया है कि यह वही आदमखोर तेंदुए था जिसने बीते 7 अक्टूबर को बेरीनाग तहसील के भट्टीगांव निवासी भगत राम की सात वर्षीय मासूम पुत्री हिमानी को उस वक्त अपना निवाला बना लिया जब वह घर के बाहर घूम रही थी। मासूम बच्ची की मौत से जहां उसके परिवार में कोहराम मच गया था वहीं पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। बच्ची की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने वन रेंजर कार्यालय पहुंचकर उसका घेराव किया था। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए वन विभाग ने तेंदुए को आदमखोर घोषित कर मशहूर शिकारी जॉय हुकिल को क्षेत्र में तैनात कर दिया था। बताया गया है कि बीते रविवार की रात को जब शिकारी हुकिल अपनी टीम के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे तभी उन्हें करीब नौ बजे के आसपास तेंदुआ नजर आया जिस पर हुकिल ने बिना वक्त गंवाए उस पर गोली चला दी। गोली लगने के बाद घायल तेंदुए झाड़ियों की ओर भाग गया और सोमवार सुबह वन विभाग को उसका शव बरामद हुआ। वन क्षेत्राधिकारी चंदा मेहरा ने बताया कि मारा गया तेंदुआ सात वर्ष की एक मादा है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: पहाड़ में घास लेने गई युवती को गुलदार ने बनाया निवाला, मिला क्षत-विक्षत शव