Vimla Sundarlal Bahuguna died : सामाजिक सरोकारों से जुड़ी बिमला बहुगुणा का 93 वर्ष की आयु में निधन, चिपको आंदोलन के नेता सुंदरलाल बहुगुणा की थी पत्नी…
Vimla Sundarlal Bahuguna died : उत्तराखंड के सामाजिक सरोकार से जुड़ी एक दुखद खबर सामने आ रही है जहाँ पर चिपको आंदोलन एवं गांधी विचारों के रूप में अपनी अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाने वाले स्व.सुंदर लाल बहुगुणा की पत्नी बिमला बहुगुणा ने 93 वर्ष की आयु मे अंतिम सांस ली है । जिसकी जानकारी उनके बेटे राजीव नयन बहुगुणा ने सोशल मीडिया पर सांझा की है। बताते चले बिमला बहुगुणा को वन देवी की उपाधि भी दी गई थी जिन्होंने नौजवानों का सही मार्गदर्शन किया था।
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Vimla Sundarlal Bahuguna death news अभी तक मिली जानकारी के अनुसार चिपको आंदोलन एवं गांधी विचारों के रूप में अपनी अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाने वाले स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा की पत्नी विमला बहुगुणा ने आज 14 फरवरी की तड़के 2 बजकर 10 मिनट पर 93 वर्ष की आयु मे दुनिया को अलिवदा कह दिया है । जिसकी जानकारी उनके बेटे राजीव नयन बहुगुणा ने सोशल मीडिया पर सांझा की है । सुंदरलाल बहुगुणा के बेटे राजीव बहुगुणा ने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि महिला शिक्षा एवं ग्रामीण भारत में सर्वोदय के विचार को दृष्टिगत दिसंबर 1946 में कौसानी में लक्ष्मी आश्रम की स्थापना की गई थी इस आश्रम के प्रारंभ से ही देखरेख महात्मा गांधी की नजदीकी शिष्य सरला बहन करती थी लेकिन आश्रम के प्रति अल्मोड़ा जिले का रवैया उत्साह जनक नहीं था लेकिन पौडी और टिहरी से कुछ छात्राओं ने आकर आश्रम को मजबूती प्रदान की।
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Vimla Sundarlal Bahuguna latest news today जिसमें एक साथ पांच छात्राओं ने दाखिला लिया उनमें से एक बिमला बहुगुणा थी। उनकी साफ समझ और कड़ी मेहनत का परिणाम रहा की उन्हें कम समय में ही आश्रम की सबसे प्रिया छात्रा बना दिया गया। इतना ही नहीं बल्कि आश्रम के बाहर की सामाजिक गतिविधियों में भी विमला ने काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया जिसमें विनोबा भावे के भूदान आंदोलन में आश्रम के प्रतिनिधित्व की बात सामने आई तो इसके लिए विमला बहुगुणा का नाम चुना गया था। इसके साथ ही बिमला को वन देवी की उपाधि देते हुए विनोबा भावे के मंत्री दामोदर ने कहा कि ऐसी लड़की उन्होंने पहले कभी नहीं देखी जो बहुत आसानी और मजबूती से नौजवानों का सही मार्गदर्शन करती हैं।
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