गौरवान्वित हुआ उत्तराखंड (Uttarakhand), अवनी दरियाल ने राष्ट्रीय साइक्लिंग प्रतियोगिता (Cycling competition) में हासिल किया चौथा स्थान..
राज्य की बेटियां आज चहुंओर अपनी प्रतिभा की चमक बिखेर रही है। आज शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जहां देवभूमि उत्तराखंड की बेटियों ने सफलता का परचम ना लहराया हों। आज हम आपको राज्य की एक ऐसी ही होनहार प्रतिभा से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने राष्ट्रीय साइक्लिंग प्रतियोगिता में चौथा स्थान प्राप्त कर समूचे उत्तराखंड (Uttarakhand) को गौरवान्वित किया है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के पिथौरागढ़ जिले की रहने वाली अवनी दरियाल की, जिसने कर्नाटक में आयोजित हुई राष्ट्रीय साइक्लिंग प्रतियोगिता (Cycling competition) में शानदार प्रदर्शन कर चौथा स्थान हासिल किया है। सबसे खास बात तो यह है कि अवनी अभी मात्र 14 वर्ष की हैं। अवनी की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि अवनी न सिर्फ देश में सीमांत जिले का नाम रोशन किया है बल्कि समूचे प्रदेश का मान भी बढ़ाया है।
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अवनी ने अपने कोच पिता को दिया इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले की रहने वाली अवनी दरियाल ने राष्ट्रीय साइक्लिंग प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर चौथा स्थान हासिल किया है। बता दें कि यह राष्ट्रीय साइक्लिंग प्रतियोगिता बीते 20 से 22 फरवरी तक कर्नाटक में आयोजित की गई थी। प्रतियोगिता में सीमांत जिले के प्रतिभागियों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में जहां अवनी दरियाल चौथे एवं धीरज सलौनी पांचवें स्थान पर रहे वहीं सीनियर वर्ग में सुनील राणा ने 19वां स्थान हासिल किया। बताते चलें कि अपने पिता बीरेंद्र सिंह को अपना आदर्श मानने वाली अवनी बियरशिबा स्कूल पिथौरागढ़ में कक्षा नौ की छात्रा है। अवनी के पिता ही उनके कोच भी है और अवनी नेे अपनी इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय अपने कोच पिता को ही दिया है।
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