शहीद देव बहादुर (dev bhadur) के सम्मान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया स्मृति द्वार का लोकार्पण, स्थानीय इंटर कॉलेज (Inter College) का नाम देव बहादुर इंटर कॉलेज रखने की भी करी घोषणा
देवभूमि उत्तराखंड के वीर सपूत जहां देश की सीमाओं की रक्षा करते समय अपनी जान की बाजी लगाने से भी नहीं कतराते हैं तो वहीं ये स्थानीय सरकार का भी कर्तव्य है कि वह शहीदों का समुचित सम्मान करें, शोकाकुल परिजनों को सांत्वना देने के साथ ही उन्हें आजीविका चलाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करें और मां भारती के इन जांबाज सपूतों के नाम पर स्कूलों, कालेजों या मोटर मार्गों का नामकरण भी करें, जिससे भावी पीढ़ी मां भारती के इन शहीद सपूतों के शौर्य, अदम्य साहस और वीरतापूर्ण कार्यों से प्रेरणा ले सकें। अपने इसी कर्तव्य का निर्वहन शनिवार को राज्य के नवनियुक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। अपने ऊधमसिंह नगर जिले के प्रवास कार्यक्रम के दौरान शनिवार को उन्होंने गौरीकला, किच्छा में शहीद देव बहादुर स्मृति द्वार का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय इंटर कॉलेज (Inter College) का नाम शहीद देव बहादुर इंटर कॉलेज रखने की भी घोषणा की।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी किच्छा पहुंचे, जहां उन्होंने शहीद जवान देव बहादुर की याद में बनाए गए स्मृति द्वार का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अल्पायु में देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए देव बहादुर जी की शहादत को सदा याद रखने के लिए स्थानीय इंटर कॉलेज का नाम भी उनके नाम पर रखा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने मां भारती की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद देव बहादुर को को पुनः नमन करते हुए उन्हें श्रृद्धा सुमन अर्पित किए। बता दें कि मूल रूप से राज्य के ऊधमसिंह नगर जिले की किच्छा तहसील के ग्राम गौरीकला निवासी देव बहादुर थापा बीते वर्ष 18 जुलाई को लद्दाख में पेट्रोलिंग करते समय जमीन में बिछी माइंस में हुए विस्फोट की चपेट में आकर शहीद हो गए थे। 24 वर्षीय शहीद देव बहादुर भारतीय सेना की गोरखा रेजीमेंट में तैनात थे।
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