Pithoragarh Uttarakhand guldar attack: घटना के वक्त मां की पीठ पर बैठकर खतड़ुवा त्योहार मना रही थी ढाई वर्षीय मासूम भारती, परिवार में मचा कोहराम, क्षेत्र में दहशत व्याप्त…
राज्य में जंगली जानवरों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। खासतौर पर राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में आदमखोर जंगली जानवर, ग्रामीणों के जी का जंजाल बन गए हैं। बात शनिवार की करें तो जहां एक ओर शनिवार को लोकपर्व खतड़ुवा बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया वहीं बेरीनाग से आई एक दुखद खबर ने समूचे जनमानस को भाव विभोर कर दिया। जी हां.. राज्य के पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग तहसील क्षेत्र में परिजनों के साथ खतड़ुवा मना रही एक मासूम बच्ची को आदमखोर गुलदार ने अपना निवाला बना लिया। इस हृदयविदारक घटना से मृतका बच्ची के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं समूचे क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। दहशतज़दा ग्रामीणों ने वन विभाग से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के साथ ही आदमखोर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग तहसील क्षेत्र के चचरेत गांव निवासी पान सिंह मेहरा की ढाई वर्षीय मासूम बेटी भारती को एक आदमखोर गुलदार ने अपना निवाला बना लिया। बताया गया है कि हादसे के वक्त मासूम भारती अपनी मां कविता के साथ खतड़ुवा त्योहार मना रही थी। भारती, कविता की पीठ पर बैठी थी। इसी दौरान वहां पहले से घात लगाकर छिपे एक गुलदार ने भारती पर हमला कर दिया। इससे पहले कि कविता और वहां मौजूद अन्य ग्रामीण कुछ सोच समझ पाते गुलदार, भारती को लेकर जंगल की ओर भाग गया। काफी खोजबीन करने के बाद ग्रामीणों को मासूम बच्ची का क्षत-विक्षत शव जंगल से बरामद हो गया है। उधर दूसरी ओर सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके की ओर रवाना हो गई है।
(Pithoragarh Uttarakhand guldar attack)