उत्तराखण्ड: पहाड़ में कड़ाके की ठण्ड के बीच नाले में पड़ी मिली नवजात बच्ची, अस्पताल में भर्ती
new baby born :पैदा होते ही फेंक दिया नाले में बच्ची के पेट पर गर्भनाल भी थी मौजूद

आए दिन हमारे समाज में ऐसी घटनाएं होती हैं जो ह्रदय को झकझोर कर रख देती है और कहीं ना कहीं मानवता को भी शर्मसार करती है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है नैनीताल में। जी हां.. नैनीताल के सात नंबर क्षेत्र में आज सुबह एक नवजात बच्ची नग्नावस्था में नाले में पड़ी हुई मिली। कड़ाके की इस ठंड में अगर हमें भी कभी रात को खुले आसमान के नीचे रहना पड़े तो हमारी भी हालत खराब हो जाए और फिर वह तो मासूम नवजात (new baby born) बच्ची है ,कड़ाके की ठंड में बिना कपड़ों के उसे कितनी ठंड लग रही होगी यह सोचकर ही हमारी रूह कांप जाएगी। सबसे अधिक दुःख तो इस बात को लेकर होता है कि जिस मां की ममता के गुणगान ऋषि-मुनियों से लेकर देवी-देवता भी प्राचीन समय से करते आए हैं आज उसी मां ने बच्ची को ऐसी अवस्था में फेंककर न सिर्फ उसकी ममता को कलंकित किया है बल्कि आज हमें माता जैसे पवित्र शब्द को भी कुमाता कहने को मजबूर कर दिया है। सबसे दुखद बात तो यह है कि देवभूमि उत्तराखंड में यह इस तरह की पहली घटना नहीं है बल्कि अब तो आए दिन राज्य में भी ऐसी घटनाएं सामने आ रही है जिन्होंने देवभूमि की छवि को भी धूमिल किया है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के नैनीताल जिले में रहने वाले राशिद अली, शांति देवी और रमेश चंद्र आज सुबह नैनीताल के सात नंबर क्षेत्र से गुजर रहे थे। तभी उन्हें हनुमान मंदिर के पास से करीब सात बजे एक छोटे बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर उनके कदम ठिठक गए और जैसे ही उन्होंने इधर-उधर नजर घुमाई तो उनके होश ही उड़ गए। दरअसल एक नवजात बच्ची नग्नावस्था में नाले में पड़ी हुई थी और ठंड के कारण उसका दुःख रूदन के रूप में पूरे वातावरण में सुनाई दे रहा था। ऐसी अवस्था में फूल सी सुंदर नाजुक कली को देखकर उनका दिल भी पिघल गया और तीनों ने तुरंत उस बच्ची को अपनी गोद में उठाया जिसके बाद वे तुरंत उसे जिला अस्पताल ले गए जहां उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। नवजात(new baby born) बच्ची की स्थिति को देखकर चिकित्सकों का अनुमान है कि बच्ची ने आज सुबह ही जन्म लिया होगा और जन्म के तुरंत बाद नाले में फेंक दिया होगा। बताया गया है कि बच्ची के पेट पर गर्भनाल भी मौजूद थीं एवं उसका पूरा शरीर नीला पड़ा हुआ था। चिकित्सकों का कहना है कि बच्ची के शरीर पर कई चोट के निशान हैं एवं ठंड की वजह से उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है, जिस कारण उसे आक्सीजन भी लगाया गया है। साथ ही चिकित्सकों ने यह भी बताया है कि बच्ची प्रीमैच्योर है ठंड में होने के कारण उसको हाइपोथर्मिया की शिकायत भी है।
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