चमोली: जोशीमठ में अब शिवलिंग में आई दरार किसी बड़े प्रलय के संकेत
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Joshimath Shivling Crack News: दिन प्रतिदिन किसी महाप्रलय की ओर संकेत कर रहा है जोशीमठ, लगातार सामने आ रही है खौफनाक एवं हृदयविदारक तस्वीरें….
विलुप्तप्राय होने की कगार पर खड़े पौराणिक शहर जोशीमठ में परिस्थितियां दिन प्रतिदिन और भी अधिक प्रतिकूल होती जा रही है। यह वही शहर है जिसे कभी ज्योर्तिमठ के रूप में जाना जाता है। हिन्दू धर्म को एकसूत्र में पिरोने वाले जगद्गुरु शंकराचार्य ने इसकी नींव रखी थी, लेकिन अब यह शहर शायद कुछ ही दिन और अस्तित्व में रह पाएगा। इन दिनों जोशीमठ से आने वाली हर एक तस्वीर, विडियो इस बात की तस्दीक कर रही है। बीते रोज जहां सिंहधार वार्ड मे मां भगवती का मंदिर ढह गया था वहीं अब ज्योर्तिमठ परिसर सहित शंकराचार्य माधव आश्रम मंदिर के शिवलिंग में भी दरारें आ गई है। इतना ही नहीं परिसर के अन्य भवनों, लक्ष्मी नारायण मंदिर के आसपास भी बड़ी बड़ी दरारें देखने को मिल रही है। जो जहां स्थानीय रहवासियों की रातों की नींद उड़ानें के लिए काफी है वहीं इस बात को भी बयां कर रही है कि जोशीमठ में जमीन कभी भी फट सकती है।
(Joshimath Shivling Crack News)
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इस संबंध में ज्योतिर्मठ के प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुंदानंद के मुताबिक कि ज्योर्तिमठ परिसर के प्रवेश द्वार, लक्ष्मी नारायण मंदिर और सभागार में दरारें आई हैं। इसी परिसर में टोटकाचार्य गुफा, त्रिपुर सुंदरी राजराजेश्वरी मंदिर और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य की गद्दी स्थल है। इसके अतिरिक्त आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी स्थित नृसिंह मंदिर परिसर में भी दरारें आ गई हैं। आपको बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद शंकराचार्य की गद्दी नृसिंह मंदिर में विराजमान रहती है। इस पर ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भी भू-धंसाव पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष से जमीन धंसने के संकेत मिल रहे थे। लेकिन समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
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