आईएमए देहरादून (IMA Dehradun) से पासआउट होकर सैन्य (Military) अफसर बने कमेड़ा गांव के अखिलेश राणा, कड़ी मेहनत से पाया मुकाम..
सैन्य भूमि के रूप में जाना जाने वाला उत्तराखण्ड जहां जनसंख्या घनत्व के हिसाब से देश की सेनाओं को जांबाज जवानों को देने पूरे देश में सर्वोच्च शिखर पर है वहीं आईएमए देहरादून (IMA Dehradun) जैैैसेे प्रशिक्षण संस्थानों से भी सैकड़ों युवा प्रतिवर्ष अफसर बनकर सेना में शामिल होते हैं। उत्तराखण्ड के कई नौनिहाल जहां सेना में शामिल होकर परिवार की पीढ़ियों पुरानी सैन्य (Military) परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं वहीं कुछ नौजवान युवा ऐसे भी हैं जो परिवार के प्रथम सदस्य के रूप में सेना में भर्ती होकर न सिर्फ अपने माता-पिता का मान बढ़ा रहे हैं बल्कि पूरे परिवार को गौरवान्वित भी कर रहे हैं। आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू करा रहे हैं जो शनिवार को आईएमए देहरादून से पासआउट होकर भारतीय सेना में अफसर बन गए है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के कमेड़ा गांव के रहने वाले अखिलेश सिंह राणा, जो 18 महीने के कठिन प्रशिक्षण के बाद शनिवार को एक अफसर बनकर भारतीय सेना में शामिल हो गए। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है।
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सैन्य अधिकारी बनने वाले परिवार के पहले सदस्य हैं अखिलेश, जुलाई 2019 में हुए थे सीडीएस में चयनित:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि विकासखंड के कमेड़ा गांव निवासी अखिलेश सिंह राणा बीते शनिवार को आईएमए देहरादून में आयोजित हुई पासिंग आउट परेड के दौरान कंधों में सितारे सजाकर भारतीय सेना में अधिकारी बन गए है। बता दें कि अपनी प्रारम्भिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर जाखधार से प्राप्त करने वाले अखिलेश ने हाईस्कूल तक की पढ़ाई माई गोविंद गिरी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज रुद्रप्रयाग से जबकि इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई देहरादून से प्राप्त की। जिसके बाद स्नातक व राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई अखिलेश ने द हिंदू कॉलेज दिल्ली विवि से पूरी की। इस दौरान उन्होंने सीडीएस प्रवेश परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी। जिसके परिणामस्वरूप जुलाई 2019 में अखिलेश का चयन सीडीएस में हुआ। इसके बाद उन्होंने आईएमए देहरादून में प्रवेश लिया। जहां से 18 महीने के कठिन प्रशिक्षण के बाद बीते शनिवार को वह सेना में अफसर बन गए। बताते चलें कि अखिलेश अपने परिवार के पहले ऐसे सदस्य हैं जो सैन्य अधिकारी बने हैं। बेटे की इस अभूतपूर्व सफलता पर उनके पिता पान सिंह राणा एवं माता कुसुम देवी का कहना है कि आज अखिलेश ने उन्हें एक नई पहचान दी है।
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