Rudraprayag Traveller Accident : यूपी की महिमा इंटर्नशिप पूरी करने के बाद अपनी मां के साथ निकली थी चोपता तुंगनाथ की यात्रा पर, दर्दनाक हादसे ने एक बेटी को अपनी माँ से हमेशा के लिए कर दिया दूर …….
Rudraprayag Traveller Accident : गौरतलब हो कि बीते कुछ दिनों पहले दिल्ली से उत्तराखंड के चोपता की यात्रा पर आए यात्रियों का टेम्पो ट्रैवलर वाहन रुद्रप्रयाग जिले के बदरीनाथ हाईवे के रैंतोली के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें 15 लोगों की जिंदगी चली गई थी जबकि अन्य लोगों का एम्स अस्पताल ऋषिकेश में इलाज चल रहा है। इस भयावह हादसे ने बहुत सारे लोगों को उनके परिवार वालों से एक झटके मे हमेशा के लिए दूर कर दिया है। ऐसे ही कुछ दर्दभरी कहानी बयां की है यूपी के प्रयागराज की निवासी महिमा त्रिपाठी ने जो दिल्ली से उत्तराखंड चोपता तुंगनाथ की यात्रा पर अपनी मां के साथ आई थी लेकिन इस हादसे मे उन्होंने अपनी माँ को हमेशा के लिए खो दिया इस बात की उन्हें खबर तक नही थी।
यूपी प्रयागराज की निवासी 23 वर्षीय महिमा त्रिपाठी ने घटना की दास्तां बयां करते हुए बताया कि वह बीटेक की पढ़ाई पूरी होने के पश्चात इन दिनों दिल्ली से इंटर्नशिप कर रही थी। जल्द ही उनकी इंटर्नशिप पूरी होने वाली थी। तभी इस बीच उन्होंने सोचा कि क्यों ना मां के साथ तुंगनाथ चोपता की यात्रा कर ली जाए। इसके बाद उन्होंने सोच विचार कर ट्रैवल एजेंसी से संपर्क करने पर दो टिकट बुक की और अपनी माँ स्मृति त्रिपाठी के साथ यात्रा के लिए रवाना हुई। दिल्ली से रात 10:30 के करीब टेंपो ट्रैवलर 26 सवारियां लेकर चोपता के लिए रवाना हुआ जिसमें से महिमा किसी को नही जानती थी। हर तीन घंटे में वाहन के चालक बदल रहे थे तथा इसी बीच ब्रेक भी लिया जा रहा था जिसमें लोग हल्का खाना पीना कर रहे थे। यह भी पढ़ें- रूद्रप्रयाग हादसे में खटीमा की निकिता भट्ट ने भी गंवाई जिंदगी, खबर सुनते ही बेसुध हुए परिजन
जैसे ही वह सुबह के 11:00 बजे करीब रुद्रप्रयाग से 3 किलोमीटर पहले रैंतोली में पहुंचे तो इस दौरान महिमा इंस्टाग्राम पर स्टोरी अपलोड कर रही थी तभी अचानक वाहन तेजी से किसी चीज से टकरा गया जिसके बाद टेंपो ने दो तीन पलटी खाई और फिर सीधा अलकनंदा नदी में जा गिरा। जिससे महिमा पूरी तरह से अपना होश खो चुकी थी और उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था की उनके साथ यह क्या हुआ सांस लेने में भी उन्हें काफी परेशानी हो रही थी लेकिन उन्होंने फिर भी उठने का प्रयास किया और अपनी माँ को बेसुध हालत मे यहाँ वहाँ ढूंढने लगी। इसके बाद वहां पर कुछ लोग पहुंचे और उन्होंने महिमा की मदद करते हुए उन्हें अस्पताल पहुंचाया। महिमा ने बताया कि घटना का दृश्य याद करते ही उनकी रूह काँप जाती है क्योंकि इससे पहले उन्होंने कभी ऐसा भयानक मंजर नहीं देखा था। जैसे ही अस्पताल में कोई अधिकारी कर्मचारी या स्वास्थ्य कर्मी महिमा त्रिपाठी की खैर खबर लेने पहुंच रहे थे तो महिमा सबसे एक ही सवाल कर रही थी कि उनकी मां कहां है और किस हाल में है एक बेटी की आँखे सिर्फ अपनी माँ को ढूंढ रही थी लेकिन इस बात की महिमा को खबर तक नही थी की अब उनकी माँ इस दुनिया मे नही रही।