UK board Third Topper: टैक्सी चालक की बेटी दीपा जोशी ने हाई स्कूल उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में प्रदेश भर में हासिल किया तृतीय स्थान, बढ़ाया परिजनों का मान...
Deepa Joshi UK board Third Topper: उत्तराखंड हाई स्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में विभिन्न जिलों के छात्र-छात्राओं ने अपनी मेहनत का परचम पूरे प्रदेश भर में लहराया है। इसी बीच हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में उधम सिंह नगर जिले के नानकमत्ता की निवासी टैक्सी चालक की बेटी दीपा जोशी ने हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में 98.80% अंक लाकर प्रदेश भर में तीसरा स्थान हासिल कर यह साबित कर दिया है कि सफलता उन्हे हासिल होती है जिनके सपनो मे जान होती है। बताते चले दीपा जोशी बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखती है जिनकी इस विशेष उपलब्धि के बाद से उन्हें लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है वहीं पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल बरकरार है।
बता दें उधम सिंह नगर जिले के नानकमत्ता ( बरकीडांडी) की निवासी , पुष्पा प्रियंका सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की छात्रा दीपा जोशी ने उत्तराखंड बोर्ड की हाई स्कूल परीक्षा में 500 में से 494 अंक लाकर 98.80 % हासिल कर प्रदेश भर में तृतीय स्थान हासिल किया है। दरअसल दीपा जोशी का स्कूल घर से पाँच किलोमीटर दूर है जिसके चलते वह साइकिल से विद्यालय जाती है इतना ही नही बल्कि बिना कोचिंग के भाई बहनों की मदद से दीपा ने इस विशेष उपलब्धि को हासिल कर अपने परिजनों समेत पूरे विद्यालय परिसर का मान बढ़ाया है। दीपा जोशी के पिता गोपाल दत्त जोशी टैक्सी चालक है जो अपनी बेटी दीपा के रिजल्ट के समय दिल्ली में टैक्सी चला रहे थे और इस दौरान जैसे ही उन्हें पता चला कि दीपा ने टॉप किया है तो उनका खुशी का कोई ठिकाना नही रहा । दीपा के पिता पिछले 12 सालों से टैक्सी चला कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। टॉप 3 में आने से पहले दीपा ने जी तोड़ मेहनत की जिसके लिए वह 6 से 8 घंटे तक पढ़ाई करती रहती थी इस दौरान उनकी बड़ी बहन सुनीता उसे पढ़ाया करती थी । दीपा की बड़ी बहन सुनीता भी हाई स्कूल की मेरिट में 18 वें स्थान पर आई थी। दीपा बताती है कि उनके ताऊजी के बेटे विनोद जोशी गुरुग्राम में जॉब करते हैं वो जब भी घर आते थे तो दीपा का विज्ञान और गणित विषय का टेस्ट लिया करते थे जिसके कारण आज दीपा ने प्रदेश भर में विशेष स्थान हासिल किया है। दीपा आगे चलकर प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती है। बताते चलें दीपा जोशी मूल रूप से चंपावत जिले के देवीधुरा की रहने वाली है। दीपा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता समेत अपने भाई बहन और समस्त शिक्षकों को दिया है।