Alok Amandeep Garhwal University :13 वें एशियाई एरोसोल सम्मेलन मे हिस्सा लेंगे गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आलोक सागर गौतम और शोध छात्र अमनदीप विश्वकर्मा…..
Alok Amandeep Garhwal University : उत्तराखंड के गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर आलोक सागर गौतम और उनके शोध छात्र अमनदीप विश्वकर्मा 13 वे एशियाई एरोसोल सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं जहां पर एशिया के विभिन्न देशों के वैज्ञानिक और शोधकर्ता भी प्रतिभाग करने वाले हैं। इस सम्मेलन में प्रोफेसर डॉ आलोक सागर गौतम व अमनदीप विश्वकर्मा अपने शोध कार्य और उत्तराखंड क्षेत्र में एरोसोल प्रभावों पर आधारित प्रस्तुतियां प्रदान करेंगे। 13 वें एशियाई सम्मेलन में प्रतिभाग करना विश्वविद्यालय के लिए एक विशेष उपलब्धि है क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय के शोध और शैक्षणिक योगदान को मान्यता दिलाने का मौका है।
यह भी पढ़ें- अल्मोड़ा की स्निग्धा तिवारी कोलंबिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता कॉन्फ्रेंस में लेंगी हिस्सा
Professor Alok Sagar Gautam Garhwal University बता दें पौड़ी जिले के श्रीनगर गढ़वाल स्थित हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉक्टर आलोक सागर गौतम और शोध छात्र अमनदीप विश्वकर्मा नवंबर माह में मलेशिया में आयोजित होने वाले 13 वें एशियाई सम्मेलन में शिरकत करने वाले हैं। जहां पर वो अन्य वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के साथ वातावरण में फैल रहे प्रदूषण पर चर्चा करेंगे और अपने नवीनतम शोध के निष्कर्ष को प्रस्तुत करेंगे। दरअसल आलोक सागर वर्तमान में विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान में वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर के रूप में तैनात है और उनके छात्र का शोध हिमालय क्षेत्र की विशिष्ट वायु गुणवत्ता को समझने में मददगार साबित होगा उनके मार्गदर्शन में यह प्रयोगशाला पिछले कुछ वर्षों से वायुमंडलीय विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रही है।
यह भी पढ़ें- बधाई: अल्मोड़ा की रितिका बतौर वालंटियर फ्रांस में करेंगी प्रतिभाग, फ्रांस सरकार देगी वित्तीय सहायता
student Amandeep Vishwakarma garhwal university बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर डॉक्टर गौतम अपना महत्वपूर्ण शोध पत्र पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में गढ़वाल की उच्च ऊंचाई वाले स्थल पर फैल रहे धूल के कणो के निर्माण की प्रमुख विशेषताएं विषय पर शोध करेंगे जबकि अमनदीप मौसम संबंधी आंकड़ों से एरोसोल के आकार वितरण की भविष्यवाणी के लिए मशीन लर्निंग मॉडल का विकास एवं अनुकूलन प्रस्तुत करेंगे। बताते चले इससे पहले आलोक सागर गौतम 28 वें भारतीय वैज्ञानिक अंटार्कटिका अभियान में भी प्रतिभाग कर चुके हैं और अभी तक उनके 100 से अधिक शोध पत्र विभिन्न शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित किया जा चुके हैं जबकि 7 पुस्तक और 40 पुस्तक अध्याय भी प्रकाशित हुए हैं। इतना ही नहीं बल्कि 15 से अधिक पेटेंट्स अनुदानित व प्रकाशित हुए है। इसके अलावा वह 60 से अधिक अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय कांफ्रेंस और कार्यशाला में शोध पत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। इस बार सहायक प्रोफेसर डॉक्टर आलोक सागर गौतम व उनके छात्र अमनदीप का शोध कार्य विशेष रूप से मौसम विज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के समन्वय पर केंद्रित है।