
वैसे तो उत्तराखंड परिवहन निगम के ड्राइवर हमेशा ही चर्चाओं में रहते हैं परन्तु इस बार जो कारनामा उत्तराखंड परिवहन निगम (Uttarakhand roadways) के इस ड्राइवर ने किया है उसे साहस वीरता की श्रेणी में रखना तो सरासर नाइंसाफी ही होगी। जी हां हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड परिवहन निगम के रामनगर डिपो की बस में तैनात चालक रमेश चंद्र आर्या की, जिन्होंने रोडवेज बस को उफनते नाले में ही चला दिया वह भी उस समय जब उसी नाले में हाल ही में दिल्ली के तीन पर्यटक कार के बह जाने से काल के गाल में समां चुके हैं। अब इसके लिए चालक की हिम्मत की दाद दें या फिर उस पर यात्रियों की जिंदगी से खिलवाड़ करने का आरोप लगाएं बहरहाल नाले से बस के सकुशल पार हो जाने पर बस में बैठे सभी यात्रियों ने राहत की सांस ली और रोडवेज प्रबंधन ने भी इस घटना का विडियो वायरल होने पर हरकत में आकर चालक एवं परिचालक से स्पष्टीकरण मांग लिया।
हम बात कर रहे हैं रामनगर डिपो (Uttarakhand roadways) की बस संख्या यूके-07पीए-3223 के चालक रमेश चंद्र आर्या और परिचालक सुनील ढौडियाल की , जो शनिवार शाम को 25 यात्रियों से भरी बस को लेकर जा रहे थे। जैसे ही उनकी बस रामनगर से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर धनगढ़ी नाले पर पहुंची तो चालक-परिचालक ने लापरवाही बरतते हुए बस को इस उफनाते हुए नाले को देखने के बाद भी बस को रोकने के बजाय उसे आगे बढ़ा दिया। वह भी तब जबकि उन्हें मालूम था कि बीते 18 अगस्त को यहां एक कार के बहने से दंपति समेत दिल्ली के तीन पर्यटकों की मौत हो गई थी। बताते चलें कि यह धनगढ़ी नाला बरसात के दिनों में कभी भी उफान पर आ जाता है और शनिवार को भी बारिश के चलते यह नाला फिर उफान पर था। इसके बावजूद भी चालक-परिचालक द्वारा बस के नाले में उतारने से यात्रियों की सांसें ही अटक गईं। यात्रियों के अलावा भी जिस किसी ने यह दृश्य देखा उसके भी होश उड़ गए। बाद में इस घटना का विडियो वायरल होने के बाद हरकत में आए रोडवेज प्रबंधन द्वारा उक्त चालक-परिचालक को तलब कर उनसे घटना का स्पष्टीकरण मांगा है।