आइएमए (Indian military academy dehradun) में आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद सेना में अफसर बना सागर, रखता है सैन्य परिवार से ताल्लुक…
उत्तराखण्ड युवाओं का सेना में भर्ती होने के जज्बे से आज हर कोई वाकिफ हैं, तभी तो देश में अगर भारतीय सेना की बात होती है तो उसमें उत्तराखण्ड के वीर सपूतों का नाम जरूर सम्मिलित होता है। बता दे की आज 13 जून को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) देहरादून (Indian military academy dehradun) से पासिंग आउट होकर राज्य के 31 युवा भारतीय सेना में अधिकारी बन गए हैं। इन्हीं युवाओं में देहरादून का सागर पालीवाल भी शामिल हैं। जी हां.. राज्य की राजधानी देहरादून के रहने वाला सागर पालिवाल आज सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। सागर की इस उपलब्धि से उनके परिवार सहित पूरे क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल है। बता दें कि सागर एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं, उनके पिता राजेंद्र प्रसाद सेना की 8 गढ़वाल राइफल में ऑनरेरी कैप्टन रह चुके हैं।
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सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से पढ़ाई पूरी करने के बाद सागर एनडीए में हुए थे चयनित:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के देहरादून जिले के नथुवावाला पुष्प विहार निवासी सागर पालीवाल शनिवार को आईएमए देहरादून (Indian military academy dehradun) में आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। बता दें कि सागर के पिता सेना से सेवानिवृत्त है जबकि उनकी मां दीपा पालीवाल एक कुशल गृहणी हैं। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से पढ़ाई पूरी करने के बाद वे एनडीए में चयनित हुए थे जिसके बाद आईएमए देहरादून में उनका प्रशिक्षण चल रहा था, जहां से आज वह एक लेफ्टिनेंट बनकर भारतीय सेना में शामिल हुए। बेटे की इस उपलब्धि से गौरवान्वित परिजनों का कहना है कि बचपन से ही सागर का सपना सेना में जाकर देशसेवा करने का था। आज उसने अपना यह सपना पूरा करके न सिर्फ हमारा नाम रोशन किया है बल्कि राजधानी देहरादून के साथ ही समूचे उत्तराखण्ड का भी मान बढ़ाया है। उनका यह भी कहना है कि कोरोना के कारण वह सागर की पासिंग आउट परेड का हिस्सा नहीं बन पाएं जिसका उन्हें जीवनभर मलाल रहेगा परंतु उन्होंने इस मौके पर टीवी में आने वाले लाइव प्रसारण देखकर इस गौरवान्वित पल का अनुभव किया।
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