Leftinent Deepak pal IMA Dehradun: पिता के निधन के बावजूद दीपक ने नहीं खोया होंसला, सेना में लेफ्टिनेंट बनकर दी अपने स्वर्गीय पिता को सच्ची श्रद्धांजलि….
आईएमए देहरादून में शनिवार को आयोजित हुई पासिंग आउट परेड के दौरान भारतीय सेना को 331 युवा अफसरों की नई टोली मिली है। वीरभूमि उत्तराखंड से इस बार 25 युवाओं ने सेना में अफसर बनकर अपने सपनों को साकार किया है। जिनमें मूल रूप से राज्य के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के रहने वाले दीपक पाल भी शामिल हैं, जिन्होंने पिता के निधन की विषम परिस्थितियों के बीच यह मुकाम हासिल किया है। परिवार की इन विषम परिस्थितियों के बावजूद यह मुकाम हासिल कर उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है। दीपक की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उन्हें बधाई देने वालों का तांता भी लगा हुआ है।
(Leftinent Deepak pal IMA Dehradun)
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आपको बता दें कि राज्य का सीमांत जिला पिथौरागढ़ सैन्य परिवार बहुल क्षेत्र के रूप में अपनी एक विशेष पहचान रखता है। यहां के हर दूसरे घर से परिवार का कोई ना कोई सदस्य देश की सेनाओं में या तो मां भारती के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का फर्ज निभा चुका है या फिर सीमा पर तैनात होकर वर्तमान में मातृभूमि के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहा । जिले की इसी सैन्य परंपरा को निभाते हुए अस्कोट क्षेत्र के रहने वाले दीपक पाल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। दीपक, शनिवार को आईएमए देहरादून में पासिंग आउट परेड के दौरान अंतिम पग भरकर सेना में सम्मिलित हुए हैं। इस दौरान मौजूद उनके परिजनों ने खुद दीपक के कंधों पर सितारे सजाकर उन्हें सेना को समर्पित किया। खुशी के इस मौके पर दीपक की 83 वर्षीय आमा हरिप्रिया पाल ने दीपक को सेना की कैप पहनाई। इस दौरान उनकी मां, बहन और चाचा चाची भी खुशी के इस पर के गवाह बने।
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