
उत्तराखंड के रामनगर पुलिस स्टेशन में बतौर सब इंस्पेक्टर तैनात गगनदीप जिन्होंने मई के महीने में एक मुस्लिम युवक को मॉब लिंचिंग का शिकार होने से बचाया था और यह मामला सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। 15 अगस्त के मौके पर उत्तराखंड सरकार ने उन्हें उनकी इस बहादुरी का तोहफा प्रदान किया। राज्य सरकार ने उन्हें ‘सराहनीय सेवा सम्मान चिह्न’ दिया है। बता दे की उत्तराखंड के DGP अनिल रतूड़ी ने उन्हें ये मेडल पहनाया।
उत्तराखंड के डीजीपी अनिल रतूड़ी गगनदीप को मेडल पहनाते हुए
जो मैडल उन्हें प्रदान किया गया है।फोटो स्रोत
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क्या थी पूरी घटना- यह घटना 22 मई दोपहर करीब 12 बजे की है, जब गंगा दशहरा मनाने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पर इकट्ठा हो रहे थे। उस दिन यहाँ एक कपल मिलने आया था दोनों साथ में थे कि कुछ लोगों ने उन्हें देखा और वही पकड़ लिया आगे की पूछताछ से मालूम हुआ कि लड़का मुसलमान और लड़की हिंदू है तो फिर मामले ने वही तूल पकड़ लिया और देखते ही देखते कुछ हिंदू संगठन के लोग वहां जुट गए और लड़के को पीटने लगे। उस दिन गगनदीप की ड्यूटी गिरजा मंदिर में लगी थी जो की नैनीताल जिले में रामनगर शहर से करीब 15 किमोमीटर दूर है।
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गगनदीप मंदिर परिसर में ड्यूटी पर थे , तभी उन्होंने लोगों का शोर सुना और देखा कि भीड़ 24 वर्षीय मुस्लिम युवक इरफान को मंदिर की तरफ ला रही है। लोगो ने नदी के किनारे उसके साथ मारपीट भी की थी। नदी का किनारा मंदिर से करीब 50 मीटर नीचे है। उन्हें खबर हुई, तो वो मौके पर पहुंचे। उन्होंने लड़के को आक्रोशित भीड़ से बचाया। जब गगनदीप ने लड़के को बचाया तो लोग उनके ऊपर भी नाराज हुए, लेकिन गगनदीप ने अपनी ड्यूटी निभाई। इस घटना का विडियो सोशल मीडिया पर पहुंचा और काफी वायरल हुआ। भीड़ के साथ गगनदीप की कुछ तस्वीरें, जिसमें वो भीड़ के सामने उस लड़के को सीने से लगाकर खड़े थे, सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी । जिसके लिए गगनदीप की खूब वाहवाही हुई कुछ लोग लोग ज्यादा भावुक हुए तो कुछ नाराज।
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