पाकिस्तानी गोलीबारी का जबाव देते हुए बार्डर पर शहीद हुआ भारतीय सेना (Army) का जेसीओ, सूबेदार स्वतंत्र सिंह (SUBEDAR SWATANTRA SINGH) के रूप में हुई शहीद की पहचान, शहादत की खबर से परिजनों में मचा कोहराम..
बार्डर पर पाकिस्तान की नापाक हरकतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। आज फिर जम्मू-कश्मीर बार्डर से देवभूमि उत्तराखंड समेत पूरे देश के लिए दुखद खबर सामने आ रही है जहां पाकिस्तानी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब देते हुए सेना(Army) का एक जेसीओ (जूनियर कमीशन आफिसर) शहीद हो गया। शहीद जेेेसीओ की पहचान सूबेदार स्वतंत्र सिंह (SUBEDAR SWATANTRA SINGH) के रूप में हुई है। बताया गया है कि शहीद सूबेदार राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के रहने वाले थे और सेना की 16 गढ़वाल राइफल्स यूनिट में सूबेदार के पद पर तैनात थे। सूबेदार की शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मच गया और परिजनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं वहीं क्षेत्र के साथ ही पूरे राज्य में भी शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें कि गुरुवार सुबह श्रीनगर में हुए एक आतंकी हमले में भी सेना के दो जवान शहीद हो गए थे। इन जवानों की पहचान 163 बटालियन टेरिटोरियल आर्मी के सिपाही रतन और टीए की 101 बटालियन के सिपाही देशमुख के रूप में हुई थी।
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सूबेदार की शहादत को नमन करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया शोक व्यक्त, कहा सरकार शहीद के परिजनों के साथ:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के ओडि़यारी गांव निवासी स्वंतत्र सिंह भारतीय सेना की 16 गढ़वाल राइफल्स में सूबेदार के पद पर तैनात थे। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले के एलओसी से सटे इलाके में थी। बताया गया है कि बृहस्पतिवार दोपहर डेढ़ बजे के आसपास पाकिस्तान द्वारा किए जा रही गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब देते हुए जेसीओ स्वंतत्र सिंह गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। जिन्हें सेना के अधिकारियों ने घायलावस्था में ही सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया था जहां उपचार के दौरान वे वीरगति को प्राप्त हुए। सेना के अधिकारियों ने जैसे ही शहीद सूबेदार के परिजनों को उनकी शहादत की सूचना दी तो परिवार में कोहराम मच गया। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी शहीद जवान की शहादत को नमन करते हुए शोक व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट से की गई पोस्ट में उन्होंने कहा है कि इस दुःख की घडी में राज्य सरकार शहीद के परिजनों के साथ हरदम खड़ी है। एक ओर तो हमें अपने वीर बहादुर सपूत की शहादत पर गर्व है वहीं उन्हें खोने का ग़म भी है।
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