उत्तराखण्ड की उभरती हुई निशानेबाज देवांशी राणा जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में अपना हुनर दिखाती नजर आएंगी। आपको बताते चले की 20 से 29 मार्च तक ऑस्ट्रेलिया में होने वाले जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो गई है। इस साल पहली बार देहरादून निवासी देवांशी राणा को दो स्पर्धाओं के लिए भारतीय टीम में जगह दी गई है।
देवांशी 10 मीटर एयर पिस्टल और 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल में अपना दम दिखाएंगी।गोल्डन ब्वॉयज जसपाल राणा भारतीय शूटिंग टीम के मुख्य कोच हैं, जबकि सुभाष राणा चैंपियनशिप में तकनीकी अधिकारी की भूमिका निभाएंगे।
गौरतलब है कि देवांशी राणा मशहूर निशानेबाज जसपाल राणा की पुत्री हैं और प्रदेश की उभरती हुई निशानेबाज हैं, और उत्तराखंड राज्य राइफल संघ के अध्यक्ष व भूतपूर्व खेलमंत्री नारायण सिंह राणा की पौत्री हैं।
राणा पीढ़ी का निशानेबाजी में हुनर: इससे पहले भी नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में देवांशी दो मेडल अपने नाम कर चुकी है, उत्तराखंड के जसपाल राणा के नाम से तो सभी लोग भली भाती परिचित है, जिन्होंने पद्मश्री पुरस्कार जीतकर पुरे देश का नाम रोशन किया था साथ ही पद्मश्री से पहले जसपाल राणा को अर्जुन अवॉर्ड भी मिल चुका है।
आपको बता दे की देवांशी अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी की सदस्य हैं, जिन्होंने नेशनल लेवल पर मेडल अपने नाम किया है। देवांशी के दादा नारायण सिंह राणा ने भी राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीता था। इसके पश्चात नारायण सिंह राणा के बेटे जसपाल राणा का तो निशानेबाजी में नाम ही काफी है।
जसपाल राणा ने 1995 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में आठ स्वर्ण पदक जीतकर नया रिकॉर्ड तैयार किया था। 1994 के एसियन गेम्स में जसपाल राणा ने गोल्ड मेडल जीता था। वर्तमान में जसपाल राणा देहरादून में राणा इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी में बतौर कोच हैं। वही देवांशी ने अंडर 14 में 400 में से 374 निशाने लगाकर स्वर्ण पदक जीता था। देवांशी अपने सभी परिजनों का आशीर्वाद लेके शूटिंग वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए आॅस्ट्रेलिया पहुंच चुकी है। देवभूमि उत्तराखण्ड का नाम खेल जगत में रोशन करने का जज्बा वो जरूर पूरा करेंगी
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