उत्तराखण्ड का बेटा गौरव बना भारतीय वायुसेना में उड़ान अधिकारी ,बड़े भाई ने लगाए कंधो पर स्टार
भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पासआउट आंकड़ों से ही इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है, की उत्तराखण्ड के युवा भारतीय सेना में अपनी सेवा देने के लिए हेमशा तत्पर रहते है , अभी कुछ दिन पहले ही (8 दिसंबर) को उत्तराखण्ड ने 26 जाबांज कैडेट देश को दिए। भारतीय सेना को जाबांज कैडेट देने में उत्तराखण्ड चौथे स्थान पर है। फ़ौज के साथ साथ अब उत्तराखण्ड के युवा भारतीय वायुसेना में भी उच्च अधिकारी बनकर प्रदेश को गौरवान्वित कर रहे है। उत्तराखण्ड के श्रीनगर गढ़वाल के गौरव चौधरी ने भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त की है, और अब उड़ान अधिकारी बनकर वायुसेना में अपनी सेवा देंगे।
बता दे की श्रीनगर गढ़वाल के एक मध्यम वर्गीय परिवार से निकले गौरव चौधरी ने 15 दिसम्बर 2018 को भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त की। जिससे उनके क्षेत्र और परिवार में बेहद खुशी का माहौल है। उनके पिता हीरा सिंह की अपनी दुकान है, और माता ग्रहणी है। उनकी एक बड़ी बहिन और एक बड़ा भाई है, जो अभी पढ़ाई कर ही रहे है। गौरव चौधरी ने 1 जनवरी 2018 को वायुसेना ज्वाइन की और 11 माह की ट्रेनिंग के पश्चात उन्हें वायुसेना में बतौर उड़ान अधिकारी कमीशन मिली। देवभूमि दर्शन मीडिया से खाश बात चित में गौरव चौधरी बताते है ,की अपनी जोइनिंग से लेकर वायुसेना में अधिकारी बनने तक उन्होंने काफी संघर्ष किया है। जब उनका चयन वायुसेना में हुआ तो उसी दौर में उनके पिता की नर्वस सिस्टम की बीमारी की वजह से हालात गंभीर हो गई थी , जिस से परिवार में आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया था। वो इस स्थति में भी डगमगाए नहीं बल्कि इस से प्रेरित होकर अपने उद्देश्य की ओर अग्रसर रहे। वो कहते है, ” उन अभावो का ही प्रभाव है” जो वो आज इस मुकाम पर जा पहुंचे है। गौरव कहते है की उन्हें भारतीय सेना में अपनी सेवा देने का बचपन से ही काफी जूनून था। वो बताते है , उनके सीनियर्स ओर अन्य अधिकारियो ने उन्हें एनसीसी ओर कॉलेज समय में काफी प्रेरित किया इसके साथ ही वो इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता को देते है जिन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया।
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मूल शिक्षा और उच्च शिक्षा : गौरव ने अपनी मूल शिक्षा श्रीनगर गढ़वाल के ही एसटी थेरेसा स्कूल से प्राप्त की , और अपनी उच्च शिक्षा ( स्नातक ) एचएनबी गढ़वाल विवि से प्राप्त की। बीएससी के तृतीया वर्ष में ही उन्होंने एफसीएटी ( एयर फाॅर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट के लिए प्रवेश परीक्षा दी जिसको उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही पास कर लिया। इसके बाद ही उन्हें तुरंत 1 जनवरी 2018 को भारतीय वायुसेना में जोइनिंग मिल गयी।
विशेष उपलब्धि : गौरव बताते है की ,एनसीसी के सदस्य रूप में उनका चयन 2016 में आरडीसी ( रिपब्लिक डे पैराडाइस ) के लिए हुआ, सितम्बर 2016 में यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत उन्होंने रशिया और कज़ाख़िस्तान में भारत का प्रतिनिधित्व किया। जिसके उपरांत उन्हें दिसम्बर 2016 में मुख्यमंत्री द्वारा अवार्ड देकर नवाजा गया।
