शासन ने यूपी रोडवेज (UP Roadways) की बसों को उत्तराखंड (Uttarakhand) में संचालित करने की नहीं दी अनुमति, उत्तराखण्ड रोडवेज की बसें भी फिलहाल नहीं होंगी दूसरे राज्यों में संचालित..
अंतराज्यीय बसों को शुरू करने का फिलहाल उत्तराखण्ड सरकार का कोई इरादा नहीं है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहां यूपी रोडवेज (UP Roadways) के उत्तराखंड (Uttarakhand) में बस सेवाएं शुरू करने के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने बढ़ते कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए ठंडे बस्ते में डाल दिया है वहीं उत्तराखण्ड परिवहन निगम द्वारा रोडवेज बसों को दूसरे राज्यों में संचालित करने के प्रस्ताव पर भी शासन द्वारा अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। राज्य के परिवहन सचिव शैलेश बगौली ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि राज्य में तेजी से बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण को देखते हुए उत्तराखण्ड में बसें संचालित करने के लिए आए यूपी के प्रस्ताव को अभी फिलहाल मंजूरी न देने का निर्णय किया गया है। शासन के इस निर्णय के बाद जहां यूपी की बसों को उत्तराखंड में आने के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा वहीं इससे यह भी तय हो गया कि फिलहाल उत्तराखण्ड रोडवेज की बसें भी दूसरे राज्यों में संचालित नहीं होंगी। बता दें कि यूपी परिवहन निगम ने उत्तराखंड में अपनी बसें संचालित करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजकर अनुमति मांगी थी, साथ ही उत्तराखंड की बसों को भी यूपी में संचालित करने को कहा था।
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शासन ने बढ़ते कोरोना संक्रमण का दिया हवाला तो उत्तराखंड रोडवेज भी चाहता है दिल्ली तक संचालित हो बसें:-
राज्य के परिवहन सचिव शैलेश बगौली के अनुसार यूपी रोडवेज द्वारा उत्तराखण्ड में बसें संचालित करने के लिए भेजे गए प्रस्ताव पर अभी निर्णय नहीं लिया जा रहा है। जहां शासन द्वारा इसका कारण राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को बताया गया है वहीं सूत्रों का कहना है कि उत्तराखंड को यूपी के बजाए दिल्ली में बस सेवाएं शुरू करने में ज्यादा फायदा है क्योंकि उत्तराखण्ड परिवहन निगम की अधिकांश बसें विभिन्न डिपो से दिल्ली के लिए संचालित की जाती है। इसके अलावा दिल्ली तक बसें संचालित होने से जहां उत्तराखण्ड रोडवेज की बसें अपने निर्धारित गंतव्य स्थान तक पहुंच सकेगी और उन्हें यूपी बार्डर से ही वापस नहीं लौटना पड़ेगा वहीं इसका असर रोडवेज की आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा। सूत्रों का यह भी कहना है कि इसी कारण एक ओर जहां उत्तराखण्ड रोडवेज भी यूपी के लिए बसें संचालित करने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार को यह चिंता भी सता रही है कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच यदि यूपी की बसों को संचालित करने की अनुमति दे दी गई न तो यात्रियों की जांच वगैरह अच्छे से हो पाएगी और ना ही सभी यात्रियों का रिकार्ड रखना संभव हो पाएगा।
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