Champawat cloud burst today: चंपावत में बादल फटने से मची तबाही, एक महिला की चली गई जिंदगी, भारी बारिश के कारण ढह गया धर्मशाला….
Champawat cloud burst today: इस वक्त की सबसे बड़ी खबर उत्तराखंड के चंपावत जिले से बादल फटने की आ रही है यहां नेपाल सीमा से सटे लोहाघाट के मटियानी में बादल फट गया है। जिसकी चपेट में आने से एक महिला की जिंदगी चली गई। वहीं दूसरी ओर चंपावत जिले के भिंगराडा में दो मंजिला धर्मशाला भारी बारिश में ढह कर खाई में गिर गया। जबकि आमोडी डिग्री कॉलेज पूरी तरह से कोइराला नदी की चपेट में आ गया। इतना ही नहीं बल्कि भारी बारिश के चलते कई गांव में बिजली पानी की सप्लाई ठप पड़ चुकी है। यह भी पढ़ें- Uttarakhand: भारी बारिश से 300 Road block, टनकपुर पिथौरागढ़ हल्द्वानी अल्मोड़ा NH बंद
Champawat rain news today अभी तक मिली जानकारी के अनुसार आज शुक्रवार को हुई भारी बारिश ने कुमाऊं मंडल में एक बार फिर से भारी तबाही मचाई है। जिसके चलते चंपावत जिले से बादल फटने की सूचना प्राप्त हो रही है। बताया जा रहा है कि चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र में नेपाल सीमा के पास मटियानी में बादल फटा जिसके कारण पानी के सैलाब में पांच लोग आए हैं लेकिन बाद में जानकारी दी गई थी दो बच्चे पहले ही सुरक्षित स्थान पर चले गए थे जबकि दो लोगों को सुरक्षित निकाला गया। वही एक महिला का कुछ पता नहीं चल पा रहा था लेकिन शाम तक महिला का शव बरामद हुआ जिसकी शिनाख्त 60 वर्षीय शांति देवी के रूप में हुई है वहीं दूसरी ओर एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने बताया कि ढोरजा में भी गौशाला की दीवार ढह गई थी जिसकी चपेट मे आने से माधवी देवी पत्नी पीतांबर भट्ट की मौत हो गई। यह भी पढ़ें- Uttarakhand weather Update tomorrow: उत्तराखंड में 17 सितंबर तक बारिश का अलर्ट..
Champawat latest news today इतना ही नहीं बल्कि भारी बारिश के कारण चंपावत जिले के भिंगराडा में भी दो मंजिला धर्मशाला ढह कर खाई में गिर गया हालाँकि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। इसके अलावा आमोडी डिग्री कॉलेज भी पूरी तरह से क्वैराला नदी की चपेट गया इस इलाके में करीब 6 मकान भूस्खलन की वजह से जमींदोज हो गए हैं। इतना ही नहीं बल्कि भारी बारिश के चलते कई गांव में बिजली पानी की सप्लाई पूरी तरह से ठप पड़ी है। टनकपुर पिथौरागढ़ मार्ग को भी भारी नुकसान पहुंचा है जहां पर करीब 30 मी रास्ता बह गया जिसके कारण यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं जिनको निकालने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को जल्द से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है केवल अमोड़ी और स्वाला के आसपास ही करीब 200-250 यात्री फंसे हुए हैं। जिनके रहने खाने की व्यवस्था स्थानीय लोगों एवं प्रशासन द्वारा की जा रही है।