PithPithoragarh Tendua Attack news: पिथौरागढ़ घास लेने गई महिला पर तेंदुए ने किया हमला ,महिला ने दराती से पलटवार कर बचाई खुद की जान
यह सच है कि पहाड़ के वाशिंदों खासतौर पर ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी पहाड़ के टेढे़-मेढ़े एवं पथरीले रास्तों के समान ही कठिन है। यही कारण है कि पहाड़ की इन्हीं विषम परिस्थितियों में पले बढ़े यहां के वाशिंदे बचपन से ही हिम्मती एवं साहसी होते हैं। आज हम आपको राज्य की एक और हिम्मती महिला के साहस की गाथा सुनाने जा रहे हैं। जी हां.. यह खबर राज्य के पिथौरागढ़ जिले से सामने आ रहीं हैं जहां बीते रोज एक आदमखोर तेंदुए ने जंगल में घास लेने गई महिला पर एकाएक हमला कर दिया। एकाएक हुए इस हमले से पहले तो महिला घबरा गई परंतु कुछ ही देर बाद उसने न केवल खुद को संभाल लिया बल्कि अपने साहस एवं सूझबूझ का परिचय देते हुए तेंदुए पर दरांती से पलटवार उसे जंगल की ओर भागने के लिए मजबूर भी कर दिया। हालांकि तेंदुए के इस हमले में महिला बुरी तरह घायल भी हुई है। उधर दूसरी ओर इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। दहशतग्रस्त ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।(Pithoragarh Tendua Attack news) यह भी पढ़ें- उतराखण्ड: पति पर किया हमला तो ज्योति दराती लेकर जा भिड़ी खूखांर तेंदुए से,और बचा ली पति की जान
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग तहसील क्षेत्र के भंडारी गांव निवासी दीपा देवी पत्नी जसवंत सिंह, रोजाना की तरह बृहस्पतिवार को भी गांव की अन्य महिलाओं के साथ नदुलीगाड़ा के जंगल में घास लेने गई थी। बताया गया है कि इसी दौरान वहां पहले से घात लगाकर छिपे एक तेंदुए ने दीपा पर अचानक हमला कर दिया। इतनी कठिन परिस्थितियों में भी दीपा ने हिम्मत दिखाते हुए न केवल तेंदुए पर दरांती से वार कर दिया बल्कि वह चीखने चिल्लाने भी लगी। दीपा की चीख पुकार सुनकर गांव की अन्य महिलाएं भी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ी। महिलाओं को आता देखकर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। तेंदुए के हमले से घायल दीपा को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों के मुताबिक दीपा के सिर, चेहरे और कान में चोट आई है। उसे सात टांके लगे हैं। भले ही तेंदुए के इस हमले में दीपा घायल हुई हों परन्तु जिस सूझबूझ और साहस का परिचय देते हुए उसने तेंदुए का सामना कर अपनी जान बचाई, उसकी आज हर कोई सराहना कर रहा है।