IMA DEHRADUN; गौरवान्वित पल: पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही परिवार की सैन्य परंपरा को बरकरार रखा (leftinent) नवीन ने, अब तक परिवार के 24 सदस्य रह चुके हैं भारतीय सेना (Army) का हिस्सा…
आईएमए देहरादून (IMA DEHRADUN) शनिवार को एक बार फिर एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना। शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान यहां से भारतीय सेना को 319 युवा जांबाज अफसर मिलें। इनमें उत्तराखण्ड के भी 44 वाशिंदे शामिल हैं। इन युवाओं में से किसी ने पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही अपने परिवार की सैन्य परम्परा को आगे बढ़ाया तो सेना (Army) में शामिल होने वाला अपने परिवार का पहला सदस्य बना। अब हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने तीन पीढ़ियों से चली आ रही परिवार की परम्परा को न केवल आगे बढ़ाया बल्कि लेफ्टिनेंट(leftinent) बनकर परिजनों का मस्तक भी गर्व से ऊंचा किया। जी हां..हम बात कर रहे हैं राज्य के देहरादून जिले के रहने वाले नवीन नागपाल की, जो शनिवार को लेफ्टिनेंट बनकर भारतीय सेना में शामिल हो गए हैं। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है। यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से पढ़े पारस पांडे बने सेना में लेफ्टिनेंट, प्रदेश का बढ़ा मान
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के देहरादून जिले के हरबर्टपुर निवासी नवीन नागपाल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए है। सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले नवीन के परिवार के बारे में यह कहना बिल्कुल भी ग़लत नहीं होगा कि इस परिवार को सेना की वर्दी से बेइंतहा मोहब्बत है। बता दें कि नवीन के दादा स्व. किशन लाल, पिता संतोष नागवाल और चाचा नरेश नागवाल समेत परिवार के 24 लोग मां भारती की रक्षा की शपथ लेकर भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं। परिवार की इसी परम्परा को नवीन ने भी आगे बढ़ाया है। बताते चलें कि अपनी प्रारम्भिक शिक्षा हरबर्टपुर से प्राप्त करने वाले नवीन ने इंटरमीडिएट की परीक्षा सैपियंस स्कूल विकासनगर से उत्तीर्ण की। परिजनों को सैन्य वर्दी में देखकर बचपन से ही सेना में जाने का सपना देखने वाले नवीन ने कड़ी मेहनत से एनडीए की परीक्षा पास की। जहां से वह आज लेफ्टिनेंट बनकर भारतीय सेना में शामिल हो गए। पासिंग आउट परेड के बाद उन्हें जाट रेजीमेंट में कमीशन मिला है।