कविता – हम जीना भूल गए……. पूजा नेगी ( काव्य संकलन देवभूमि दर्शन)
By
Published on
हम जीना भूल गए
अपनों के साथ पल भर बैठना भूल गए
एक दूसरे से बाते करना भूल गए
हाँ हम जीना भूल गए
अपनों के साथ रहना भूल गए
एक दूसरे के कंधों पर सर रख कर रोना भूल गए
हाँ हम हँसना भूल गए
मुसीबत मे देखकर किसी का साथ देना भूल गए
हाँ हम इंसानियत भूल गए
हम जीना भूल गए
रचना -पूजा नेगी
गांव- क़्वाली
जिला- पौड़ी गढ़वाल
तहसील धुमाकोट नैनीडांडा
आप अपनी कविताएं, रचनाएं, और उत्तराखंड से संबंधित कथाएं हमें निम्न पते पर भेज सकते है।👇👇
Email id- [email protected]
Watsapp – +917455099150
उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के WHATSAPP GROUP से जुडिए।
👉👉TWITTER पर जुडिए।
Continue Reading
You may also like...