Uttarakhand: पिथौरागढ़ (Pithoragarh) की देवलथल तहसील क्षेत्र में तेंदुए (Leopard) ने घर से 25 मीटर दूर महिला को बनाया अपना निवाला, परिजनों में कोहराम..
राज्य (Uttarakhand) के पर्वतीय जिलों में जंगली जानवरों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब तक खेती का दुश्मन बने ये जंगली जानवर अब ग्रामीणों की जान के भी दुश्मन बन चुके हैं। आए दिन राज्य के किसी ना किसी पर्वतीय जिले से जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों पर हमले की दुखद खबर सुनने को मिलती हैं। ऐसी ही एक दर्दनाक खबर आज राज्य के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिले से सामने आ रही है जहां देवलथल तहसील में आदमखोर तेंदुए (Leopard) ने एक महिला को घर के पास से ही अपना निवाला बना लिया। ग्रामीणों को महिला का लहुलुहान शव रास्ते में पड़ा मिला। मृतक महिला का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। घटना से जहां मृतका के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है वहीं पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। क्षेत्रवासियों ने वन विभाग से तेंदुए को आदमखोर घोषित करने तथा उसे पकड़ने के लिए क्षेत्र में पिंजरे लगाने की मांग करते हुए कहा है कि तेंदुए द्वारा तीन दिन के भीतर ग्रामीणों पर हमले की यह दूसरी घटना है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते 17 दिसंबर को भी तेंदुए ने 10 किलोमीटर दूर स्थित मोड़ी गांव की सरली देवी को अपना निवाला बनाया था।
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तेंदुए ने तीन दिनों के भीतर दो महिलाओं को बनाया अपना निवाला, क्षेत्र में दहशत का माहौल:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के देवलथल तहसील के पुखरोड़ा ग्राम सभा के टूपा घर गांव में रहने वाली लीला देवी शाम के करीब पौने पांच बजे घर से मात्र 25 मीटर की दूरी पर स्थित अपनी गौशाला के पास गई थी। इस दौरान वहां से घात लगाकर बैठे हुए एक तेंदुए ने लीला देवी पर हमला कर दिया। इससे पहले कि तेंदुए के एकाएक हमले से घबराई लीला शोर मचा पाती तेंदुए ने उसकी जान ले ली। काफी खोजबीन के बाद ग्रामीणों को महिला का क्षत-विक्षत शव जंगल को जाने वाले रास्ते में पड़ा मिला। घटना की सूचना मिलने पर तहसील प्रभारी सुभाष राम, एसओ सुनील बिष्ट और वन विभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया और मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए पिथौरागढ़ भेजा। पुलिस ने पोस्टमार्टम होने के पश्चात मृतका के शव को परिजनों को सौंप दिया है। उधर तीन दिन के भीतर तेंदुए के हमले की दो घटनाएं होने से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। दहशत के साए में जी रहे ग्रामीण दिन ढलने से पहले ही अपने-अपने घरों में दुबकने को मजबूर हैं।
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