Munsyari : आपदाग्रस्त गांव में संघर्षों में व्यतीत किया जीवन और अब यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण कर क्षेत्र का किया नाम रोशन
वैसे तो राज्य के होनहार वाशिंदे आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं परन्तु बात अगर सीमांत क्षेत्र के लोगों की करें तो भी विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों एवं संसाधनों के बावजूद यहां के प्रतिभावान युवाओं ने अपनी कड़ी मेहनत के बलबूते न सिर्फ ऊंचे ऊंचे मुकाम हासिल किए है बल्कि इस बात को भी ग़लत साबित कर दिया है कि पहाड़ में पढ़ने लिखने वाले नौनिहालों को सफलता नहीं मिलती हैं। आज हम आपको राज्य के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के मुनस्यारी (Munsyari) निवासी एक ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने यूजीसी नेट की परीक्षा में सफलता अर्जित कर न सिर्फ अपने माता पिता और सीमांत क्षेत्र का नाम रोशन किया है बल्कि बिना किसी कोचिंग के यह मुकाम हासिल कर वह राज्य के अन्य युवाओं की प्रेरणास्रोत भी बन गई है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं मूल रूप से मुनस्यारी तहसील के आपदाग्रस्त एवं दूरस्थ गर्घनिया गांव निवासी तब्बू मर्तोलिया की। यह भी पढ़िए:उत्तराखण्ड: वर्षा ने उत्तीर्ण की UGC नेट की परीक्षा, पंतनगर विवि की रही है गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा
सबसे खास बात तो यह है कि तब्बू ने यह मुकाम परिवार की विषम परिस्थितियों के बावजूद हासिल किया है। बता दें कि उनकी माता शांति काफी लंबे समय से शारीरिक अस्वस्थ है जबकि उनके पिता ग्रिफ में रोजगार हेतु उत्क्रमण में मर्तोली गांव जाकर व कृषि कार्य कर आजीविका चला रहे है। तब्बू की इस अभूतपूर्व सफलता से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में खुशी की लहर है। देवभूमि दर्शन के समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें