UPSC RESULT 2020: वरूणा अग्रवाल ने बढ़ाया प्रदेश का मान, तीसरे प्रयास में 38वीं रैंक प्राप्त कर हासिल किया आईएएस का मुकाम..
राज्य के होनहार वाशिंदे आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। बात अगर राज्य की बेटियों की ही करें तो भी देवभूमि उत्तराखंड की बेटियों ने आज चहुंओर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने बीती शाम घोषित यूपीएससी(UPSC RESULT 2020) के परीक्षा परिणामों में समूचे देश में 38वीं रैंक हासिल कर न केवल प्रदेशवासियों को गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है बल्कि अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते आईएएस बनकर बचपन के सपने को भी साकार किया है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के ऊधमसिंह नगर जिले की रहने वाली वरूणा अग्रवाल की, जिन्होंने तीसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की है। अपनी इस अभूतपूर्व सफलता से आईएएस अधिकारी बनने जा रही वरूणा के माता-पिता बेटी की इस उपलब्धि पर फूले नहीं समा रहे हैं। इस उपलब्धि पर वरूणा का कहना है कि वह आइएएस अधिकारी बनकर बेहतर तरीके से देश की सेवा करना चाहती है। उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का सपना हाईस्कूल में देखा था। यह भी पढ़ें- उतराखण्ड: लमगड़ा की श्वेता ने कड़ी मेहनत और संघर्ष से यूपीएससी परीक्षा की उतीर्ण बनीं आईएएस
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के ऊधमसिंह नगर जिले के रूद्रपुर की रहने वाली वरूणा अग्रवाल ने यूपीएससी के परीक्षा परिणामों में 38वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनने का मुकाम हासिल किया है। बता दें कि जेसीज पब्लिक स्कूल रूद्रपुर से वर्ष 2013 में विज्ञान वर्ग के साथ इंटरमीडिएट की परीक्षा 95.4 फीसद अंको के साथ उत्तीर्ण करने वाली वरूणा ने आईएएस बनने का यह मुकाम अपने तीसरे प्रयास में हासिल किया है। इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणामों में स्कूल में टाप करने वाली वरूणा ने वर्ष 2018 में पूणे से कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की। तत्पश्चात वह दिल्ली में आइएएस की एक साल कोचिंग कर घर से ही तैयारी करने लगीं। बताते चलें कि उनके पिता सुबोध अग्रवाल सीए हैं जबकि उनकी माता साधना अग्रवाल एक कुशल गृहणी है। वरूणा ने अपनी इस अभूतपूर्व उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता, भाई और गुरुजनों के साथ ही दादा बनवारी लाल अग्रवाल को दिया है।