कविता – ……. पूजा नेगी ( काव्य संकलन देवभूमि दर्शन)
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जब भी थक जाती हूं माँ तुझको ही मैं पाती हूँ माँ
बिखर पड़ी जो जमी पर माँ फिर समेट लेती हूँ माँ
उन टूटे टुकड़ो से माँ तेरा नाम लिखवाती हूँ माँ
शब्द नही निःशब्द है तू माँ पिता तू माँ ,माँ भी तू माँ
संघर्ष की देवी है तू हिम्मत भी तो तुझसे पाऊ माँ
दिल मे जो मेरे कह न पाऊ माँ मिलू जो खुदा से माँ
तो तुझे ताज बना दूँ माँ सर पर पहनू माँ कभी न उतारू माँ तू मेरी ताकत तुझे बताऊ माँ
पढ़ती रहती हूं किताबे माँ पर तेरी आँखे न पढ़ पायी माँ , करती हूं दिल से पूजा माँ तेरी बेटी तेरी पूजा माँ(Pooja Negi Poem)
पूजा नेगी
गांव- क़्वाली
जिला- पौड़ी गढ़वाल
तहसील धुमाकोट नैनीडांडा
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