प्रशिक्षण के बाद पुलिस का हिस्सा बनी बेटी व 18 अन्य पुलिस उपाधीक्षक
पहाड़ के युवाओं में देश सेवा का कितना जूनून है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर एक पहाड़ी युवा सेना एवं पुलिस में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहता है। इन सभी युवाओं को यह पता होता है उन्हें सेना में भर्ती होने के पश्चात एक लम्बे प्रशिक्षण काल से होकर गुजरना होगा, जो कि उनके जीवन का सबसे अहम एवं मुश्किल समय होगा। फिर भी युवा उस कठिन समय के बारे में सोचकर घबराते नहीं बल्कि ये बात उनके जोश को दोगुना कर देती है। जिसके लिए देवभूमि उत्तराखंड के इन युवाओं के होंसले को सलाम करना तो बनता है। ऐसी ही एक खबर राज्य के टिहरी जिले से आ रही है जहां पीटीसी नरेंद्रनगर से 18 महीने के कठिन प्रशिक्षण के बाद आयोजित दीक्षांत परेड के साथ ही 18 प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक उत्तराखंड पुलिस का हिस्सा बन गये। प्रशिक्षण के दौरान बाह्य कक्ष में शांतनु पारासर तो अंत: कक्ष में पूर्णिमा गर्ग प्रथम रहीं।
बता दें कि लोक सेवा आयोग से चयनित होने के बाद 18 प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षकों का पिछले 18 महीनों से कठिन प्रशिक्षण चल रहा था। पीटीसी नरेंद्रनगर से प्रशिक्षण पूरा करने के बाद इन सभी प्रशिक्षुओं के लिए पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में दीक्षांत परेड का आयोजन किया गया। इस दीक्षांत परेड के दौरान पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने नव प्रशिक्षितों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई और उन्हें पुलिस की मुख्यधारा में शामिल कराया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक रतूड़ी ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस के सामने कई चुनौतियां है। पुलिस को इस चुनौती के साथ ही समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी और कार्यों में सामंजस्य स्थापित करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि समाज में शांति व्यवस्था कायम रखना, चुनाव ड्यूटी और अपराध नियंत्रण हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां है, जिनका निर्वहन हमें हर हाल में करना चाहिए। बताते चलें कि प्रशिक्षुओं को पुलिस उप महानिरीक्षक व पीटीसी निदेशक मुख्तार मोहसिन, पुलिस उपाधीक्षक प्रकाश चंद्र देवली एवं कई अन्य उच्च अधिकारियों के निर्देशन में प्रशिक्षण दिया गया था।