Pithoragarh: गांव के अन्य युवाओं के साथ जंगल में लगी आग (Forest Fire) बुझाने गया था युवक, एकाएक मौत की खबर से परिवार में मचा कोहराम..
समूचा उत्तराखण्ड इन दिनों दावाग्नि से झुलस रहा है। चारों ओर से जंगलों में आग लगने की भयावह तस्वीरें सामने आ रही है। इस जंगल की आग ने न केवल वन्य संपदा के साथ ही जंगली जानवरों के आशियानों को जलाकर राख कर दिया है बल्कि अब तक कितने ही ग्रामीण भी आग बुझाने के प्रयास में अपनी जान गंवा चुके हैं। आज फिर राज्य के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिले से एक ऐसी ही दुखद खबर सामने आ रही है जहां जंगल की आग (Forest Fire) बुझाते समय एक युवक खाई में गिर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की खबर से जहां मृतक युवक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है और परिजनों की आंखों से अश्रुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही हैं वहीं समूचे क्षेत्र में दहशत के साथ ही मातम पसरा हुआ है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट तहसील के अठक्वाली गांव के जंगलों में बीते शनिवार को भीषण आग लग गई। जंगल में आग लगने की सूचना मिलते ही गांव के सरपंच पूरन सिंह देउपा के नेतृत्व कई युवा आग बुझाने के लिए जंगल की ओर दौड़ पड़े। इन्हीं युवाओं में गांव का ही रहने वाला 19 वर्षीय पंकज देउपा पुत्र नंदन सिंह देेउपा भी शामिल था। बताया गया है कि आग बुझाते समय एकाएक पंकज का पांव फिसल गया जिससे वह करीब 500 मीटर गहरी खाई में समा गया। खाई में भीषण आग होने के कारण पंकज बुरी तरह झुलस गया और उसने मौके पर दम तोड दिया। हादसे की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मृतक के शव को खाई से बाहर निकालकर उसके घर पहुंचाया। जवान बेटे का शव देखते ही पंकज की मां गंगा देवी बेसुध हो गई और उसकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं जबकि उसके चार भाई-बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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