युवा गायक कपिल चौहान और राखी थापा का बेहतरीन पहाड़ी कवर गीत हुआ रिलीज
वैसे तो आजकल उत्तराखंड के अनेक युवा गायक सोशल मीडिया के माध्यम से पुराने उत्तराखंडी लोकगीतों को नए अंदाज में पेश कर रहे है , और जो यहाँ की संस्कृति को संजोये रखने के लिए जरुरी भी है। ऐसे ही उत्तराखंड के एक युवा गायक है कपिल चौहान जिनकी जादुई आवाज के आज लाखो दीवाने है। इस बार उन्होंने गढ़रत्न नरेंद्र नेगी और अनुराधा निराला के सुप्रसिद्ध गीत ” घाघरी का घेरा ” को अपनी आवाज दी है। सबसे खाश बात तो ये है कि उत्तराखंडी लोक संगीत को जीवंत रखने और पहाड़ी संस्कृति के उत्थान के लिए कपिल ने हिंदी गीतों से अब पहाड़ी गीतों की और रुख किया है। कपिल चौहान मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के चैड़ गांव के मूल निवासी है, और उनकी प्रारंभिक शिक्षा उत्तरकाशी के भटवाड़ी गांव से हुई है। वर्ष 2007 में वो देहरादून आ गए और यही से संगीत की शुरुआत की। वही देहरादून की राखी थापा की बेहतरीन आवाज ने इस गीत में चार चाँद लगा दिए। राखी संगीत में डिग्री कर रही हैं, और वर्तमान में वो देहरादून में ही अपने बच्चो के साथ रहती है।
बताते चले की इससे पहले भी कपिल लोकगायक नरेंद्र नेगी के सुप्रसिद्ध गीत ” खोजयाली मिन खोजयाली ” को अपनी आवाज दे चुके है जिसको लोगो द्वारा बहुत पसंद किया गया। देवभूमि दर्शन से बात चित में युवा गायक कपिल बताते है की उन्हें गाने का शोक बचपन से ही था , लेकिन देहरादून आने के बाद ही उन्होंने इसे अपना प्रोफेशन बनाया। इसके साथ ही उन्हें अपनी पहाड़ी संस्कृति से बेहद लगाव है जिसके चलते ही उन्होंने हिंदी गीतों से गढ़वाली गीतों की और रुख किया। आने वाले समय में वो अपने खुद के गढ़वाली गीत भी लेकर आने वाले है।
