उत्तराखंड: चमोली त्रासदी में पिता को खो चुके चारों बच्चियों को अभिनेता सोनू सूद ने लिया गोद
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चमोली त्रासदी (Chamoli Tragedy) में पिता को खो चुकी चारों बेटियों के लिए मसीहा बने अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood), बेटियों को गोद लेकर दिया आपदा प्रभावित परिवार को बड़ा सहारा..
बीते 7 फरवरी को चमोली में आई त्रासदी (Chamoli Tragedy) ने समूचे उत्तराखंड के साथ ही देश-विदेश के लोगों को भी बुरी तरह हिलाकर रख दिया था। जिस किसी ने भी इस त्रासदी का फुटेज सोशल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया के जरिए देखा उसकी आंखों से स्वत: अश्रुओं की धारा बहने लगी। यही कारण है कि इस दुःख की घडी में जहां राज्य तथा केन्द्र सरकार आपदा प्रभावितों के परिजनों के घावों पर मरहम लगाने की पूरी कोशिश कर रही है वहीं देश-प्रदेश के जिम्मेदार नागरिक भी आपदा प्रभावितों की मदद को आगे आने लगे हैं। इसी कड़ी में अब लाकडाउन के दौरान गरीबों और मजदूरों के लिए मसीहा बने सिनेअभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) ने एक बार फिर नेकी की एक ऐसी ही मिसाल पेश की है। जी हां.. सोनू सूद ने चमोली आपदा में पिता को हमेशा के लिए खोने वाली टिहरी गढ़वाल जिले के आलम सिंह पुंडीर की चारों बेटियों को गोद ले लिया है। बताया गया है कि सोनू सूद ने दिवंगत आलम की चारों बेटियों की शिक्षा-दीक्षा से लेकर शादी तक का खर्च वहन करने का आश्वासन दिया है। मुंबई में सिने अभिनेता की टीम ने जहां सोनू द्वारा आलम की चारों बेटियों को गोद लेने की पुष्टि की है वहीं सोनू सूद ने भी ट्विटर के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए लिखा है कि “यह परिवार अब हमारा है।”
यह परिवार अब हमारा है भाई । https://t.co/PIumFwdCDJ
— sonu sood (@SonuSood) February 19, 2021
गौरतलब है कि राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक के लोयल गांव निवासी आलम सिंह पुंडीर चमोली में आई इस आपदा के बाद से लापता थे। बीते रविवार को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उनका शव तपोवन में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट की सुरंग से बरामद हुआ था। बता दें कि मृतक आलम परिवार का इकलौते सहारा थे, जो निर्माणाधीन तपोवन परियोजना का कार्य करा रही ऋत्विक कंपनी में बतौर इलेक्ट्रिशियन के रूप में कार्यरत थे। आलम की मौत की खबर से जहां उनकी 85 साल की बूढ़ी मां मांझी देवी, पत्नी सरोजनी देवी और चारों बच्चों का भी रो-रोकर बुरा हाल है वहीं परिवार की आजिविका पर भी संकट आ गया है। बताते चलें कि मृतक आलम अपने पीछे मां और पत्नी के साथ ही चारों बेटियों को भी रोते-बिलखते छोड़ गए हैं। उनकी सबसे बड़ी बेटी आंचल 14 साल की है, जबकि सबसे छोटी बेटी अनन्या अभी केवल डेढ़ साल की है। इसके अतिरिक्त दो अन्य बेटियों अंतरा, काजल की उम्र क्रमशः 11 एवं 8 वर्ष है।
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