उत्तराखण्ड: धौलीगंगा का बढ़ा जलस्तर बैराज साइट पर मची अफरा-तफरी
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Dhauliganga DAM: जोशीमठ में अचानक बढ़ा धौली गंगा का जलस्तर, अलार्म बजने पर भागे मजदूर…
हिमालय क्षेत्रों में बर्फ के साथ ग्लेशियर भी पिघल रहे हैं जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसी ही एक खबर आज चमोली जिले से सामने आ रही है जहां अचानक धौली गंगा का जलस्तर बढ़ने से तपोवन बैराज साइट पर अफरा-तफरी मच गई हालांकि जलस्तर के बढ़ने से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ। क्योंकि एनटीपीसी की ओर से लगाए गए अलार्म के बजने से वहां पर काम कर रहे मजदूरों तथा मशीनो को तुरंत सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया। गौरतलब है कि पिछले साल चमोली जिले के तपोवन इलाके में ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा था। ऋषिगंगा में अचानक आई भारी बाढ़ में ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट बह गया था इसके साथ ही कई मजदूर भी जिंदा दफन हो गए थे। पिछले साल अचानक आई आपदा को देखते हुए 520 मेगावाट वाली तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना का काम कर रही एनटीपीसी इस बार सतर्क हो गई है।
(Dhauliganga DAM)
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बता दें एनटीपीसी की ओर से धौली गंगा के किनारे अलार्म सिस्टम लगाया गया है जोकि नदी का जल स्तर बढ़ने पर बजने लगता है। बताते चलें कि आज सुबह 6:30 बजे यह अलार्म अचानक बजने लगा जिसके बाद मजदूरों तथा मशीनों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया था।एक घंटे बाद ही नदी का जलस्तर सामान्य होने के बाद परियोजना के बैराज व सुरंग साइट पर काम फिर से शुरू हो गया।
(Dhauliganga DAM)
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