Connect with us
Uttarakhand Government Happy Independence Day
Uttarakhand news: jeewan Singh Rana of Pithoragarh 14 km to go to school, got 22 rank in 10th uk board merit list . Jeewan Rana Pithoragarh UK board

UTTARAKHAND BOARD TOPPER

उत्तराखण्ड

पिथौरागढ़

Jeewan Rana Pithoragarh UK board: रोजाना 14 किमी की दूरी पैदल तय कर स्कूल जाते थे जीवन मेरिट सूची में हुए शामिल

Jeewan Rana Pithoragarh UK board: पिता करते हैं मजदूरी, मां ने पशुपालन और घर के काम कर बच्चों को पढ़ाया, बेटे जीवन ने माता-पिता की मेहनत को साकार कर दिखाया….

सीढ़ियां उन्हें मुबारक हो…..
जिन्हें छत तक जाना है…..
मेरी मन्जिल तो आसमान है….
रास्ता मुझे खुद बनाना है…..
इन चंद पंक्तियों को एक बार फिर सही साबित कर दिखाया है हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में 94.60 फीसदी अंक प्राप्त कर प्रदेश की मैरिट सूची में 22वां स्थान हासिल करने वाले जीवन सिंह राणा ने। जी हां… पहाड़ सी पथरीली पगडंडियों पर करीब 14 की चढ़ाई उतराई का सफर कर प्रतिदिन घर से स्कूल की दूरी तय करने वाले जीवन ने इतनी कठिनाइयों के बावजूद यह मुकाम हासिल किया है। बता दें कि इस शानदार उपलब्धि को हासिल करने वाले जीवन सिंह राणा एमवीसीडीएसडी जीआईसी बिर्थी के छात्र हैं। उन्होंने अपनी इस अभूतपूर्व उपलब्धि का श्रेय अपने मजदूर पिता हरीश सिंह एवं गुरूजनों को दिया है। जीवन की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके विद्यालय के साथ ही समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
(Jeewan Rana Pithoragarh UK board)
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: माधवी नेगी की 10 वीं बोर्ड की मेरिट सूची में छठा स्थान, मां है आंगनबाड़ी कार्यकर्ती

आपको बता दें कि मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के नाचनी क्षेत्र के गिन्नी गांव निवासी जीवन सिंह राणा एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता हरीश सिंह जहां मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करतें हैं वहीं उनकी मां ग्रहिणी और पशुपालन का काम कर तीन भाई-बहनों का लालन-पालन कर रही हैं। जीवन बताते हैं कि गांव से उनके स्कूल की दूरी लगभग 7 किमी है। रोज सात किमी घर से विद्यालय आना और सात किमी पैदल चलकर घर जाना उनकी दिनचर्या का हिस्सा रहा है। हालांकि वह यह भी कहते है कि मन में कुछ बड़ा करने की लगन और अपने सपनों को साकार करने के लिए की गई उनकी कड़ी मेहनत ने उन्हें कभी थकान का एहसास तक नहीं होने दिया। जीवन भविष्य में भारतीय सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर विद्यालय के प्रधानाचार्य जय प्रकाश सहित सभी शिक्षकों ने उन्हें बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
(Jeewan Rana Pithoragarh UK board)

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: परीक्षा देने से पहले पिता का किया अंतिम संस्कार प्रदेेश की मैरिट लिस्ट में पाया स्थान

उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के WHATSAPP GROUP से जुडिए।

👉👉TWITTER पर जुडिए।

लेख शेयर करे

More in UTTARAKHAND BOARD TOPPER

Advertisement

UTTARAKHAND CINEMA

Advertisement Enter ad code here

PAHADI FOOD COLUMN

UTTARAKHAND GOVT JOBS

Advertisement Enter ad code here

UTTARAKHAND MUSIC INDUSTRY

Advertisement Enter ad code here

Lates News

To Top