उत्तराखण्ड: पहाड़ में दर्दनाक सड़क हादसा वन विभाग के रेंजर और पत्नी की सड़क हादसे में मौत
राज्य में इन दिनों सड़क दुर्घटनाओं ने ऐसा तांडव मचाया है कि हर कोई यात्री सफर पूरा होने तक खुद को असुरक्षित ही महसूस कर रहा है। कुमाऊं हो या गढ़वाल, पर्वतीय रूटों से लेकर मैदानी मार्गों तक लगभग समूचे राज्य से दर्दनाक सड़क दुर्घटनाओं की खबरें रोज ही सुनाई दे रही है। ऐसी ही एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना की खबर राज्य के अल्मोड़ा जिले से आ रही है जहां की एक दंपति की कार बजरी भरे ट्रक के पीछे घुस गई जिससे नैनीताल हाइवे पर दंपति की मौके पर ही मौत गई जबकि कार में सवार एक अन्य आईटीबीपी का जवान गम्भीर रूप से घायल हो गया। मृतक दंपति बरेली के भोजीपुरा मेडिकल कॉलेज में कीमोथेरेपी कराने जा रहे थे। हादसे की सूचना पर दुर्घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मृतक दंपति के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ट्रक चालक की तलाश कर रही है जो कि मौका-ए-वारदात से फरार हो गया था। बताया गया है कि मृतक पति अल्मोड़ा में वन विभाग में रेंजर के पद पर तैनात था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा शहर के एनटीटी हीरा डुमरी निवासी 53 वर्षीय गोविंद सिंह बिष्ट वहीं वन विभाग में विनसर रेंज के रेंजर थे। कैंसर से पीड़ित रेंजर गोविंद का बरेली के भोजीपुरा मेडिकल कॉलेज से इलाज चल रहा था। मंगलवार सुबह भी वह पत्नी माया बिष्ट के साथ अपनी कार से भोजीपुरा के लिए निकले थे। रास्ते में उनसे अल्मोड़ा की आईटीबीपी यूनिट में तैनात सुरेंद्र सिंह, जिनकी रेंजर से अच्छी बनती थी, ने लिफ्ट मांगी। दोपहर बाद जैसे ही उनकी कार नैनीताल हाइवे पर स्थित भैरपुरा साप्ताहिक बाजार के पास पहुंची तो उनके आगे चल रहे एक लोडेड ट्रक ने अचानक अपनी साइड बदल ली जिससे रेंजर की कार तेजी से ट्रक से टकराकर पूरी तरह उसके पीछे घुस गई। जिससे रेंजर और उनकी पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि आईटीबीपी जवान सुरेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक दंपति के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर घायल सुरेन्द्र को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी हालत नाजुक बताई गई है। घटना के बाद ट्रक चालक मौका-ए-वारदात से फरार हो गया जिसकी तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है।