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Chamoli Avalanche: चमोली ग्लेशियर की चपेट में आने से बुझ गया घर का इकलौता चिराग

Chamoli Avalanche Glacier Burst:  ग्लेशियर की चपेट में आने से बुझ गया घर का इकलौता चिराग, परिजनों मे पसरा मातम…               Chamoli Avalanche Glacier Burst:  उत्तराखंड मे पिछले महीने फरवरी माह के दौरान चमोली जिले के माणा गांव में ग्लेशियर टूटने की वजह से करीब 57 मजदूर इसकी चपेट में आ गए थे जिनमें से कई मजदूरों का सफल रेस्क्यू किया जा चुका था जबकि आठ मजदूरों की जिंदगियां इस हादसे में चली गई। जिनमे से एक युवक हिमाचल प्रदेश के ऊना का रहने वाला था जो हादसे से 10 -15 दिन पहले ही अपने परिजनों से मिला था लेकिन उसे कहाँ मालूम था कि यह उसकी अपने परिजनों के साथ अंतिम मुलाकात होने वाली है इसके बाद सब कुछ पहले जैसा नहीं रहने वाला है। इस हादसे के बाद से मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है । बताया जा रहा है कि मृतक युवक घर का इकलौता चिराग था जो इस हादसे में हमेशा के लिए बुझ गया है।

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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बीते कुछ दिन पहले चमोली जिले के माणा मे ग्लेशियर की चपेट में आने से 8 घरो के चिराग हमेशा के लिए बुझ गए जो अपने परिजनों को जीवन भर का गम दे गए। दरअसल इन्हीं में से एक युवक हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के कुठार खुर्द का रहने वाला हरमेश पुत्र ज्ञानचंद था जो 10- 15 दिन पहले ही अपने घर गए थे और घर से वापिस चमोली जिले मे ड्यूटी पर लौटने के बाद उनकी ग्लेशियर में दबने से जिंदगी चली गई । जिसकी सूचना उनके परिजनों को बीते रविवार की दोपहर के बाद मिली जिसे सुनकर उन्हें सदमा लग गया। जानकारी मिली है कि हरमेश की छोटी बहन की शादी दो-तीन महीने बाद होनी है जिसकी तैयारियों का जायजा के लिए वह घर पहुंचे थे लेकिन उन्हे कहाँ मालूम था कि ये उनकी अपने परिजनों के साथ अंतिम मुलाकात होने वाली है। बताते चलें हरमेश मशीन ऑपरेटर के रूप में कार्यरत थे जो बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। इतना ही नहीं बल्कि हरमेश के पिता ज्ञानचंद दिहाड़ी मजदूरी कर घर परिवार का भरण पोषण किया करते हैं लेकिन इकलौते बेटे के नौकरी लग जाने के बाद से उनके परिवार की बिगड़ी स्थिति में सुधार होना शुरू हुआ ही था कि गरीब परिवार के ऊपर दुखों का पहाड़ टुट पड़ा और उनकी सारी खुशियां मातम में तब्दील हो गई। बताते चले हरमेश की बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और उनकी छोटी बहन की शादी तय की गई है। हरमेश को नौकरी पर लगे अभी 8 -10 साल ही हुए थे लेकिन वो इस हादसे मे असमय पर अपनी जान गवा बैठे। बेटे की मौत के बाद से उनके परिजनों को गहरा सदमा लगा है, वहीं पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।

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