सिर्फ जनता कर्फ्यू तक रही शांति.. आज उत्तराखण्ड लाॅकडाउन का उल्लंघन करते नजर आए लोग
uttarakhand lockdown: जगह-2 हुआ लाक डाउन का उल्लघंन, बाजार में भीड़ के रूप में उमड़े लोग..
कहने को तो आज समूचे उत्तराखण्ड में लाक डाउन है परन्तु जिस तरह की तस्वीरें राज्य के विभिन्न जिलों से हमारे सामने आ रही है उससे बिल्कुल भी ऐसा नहीं लग रहा। राजधानी देहरादून हो या फिर हल्द्वानी, पिथौरागढ़ या अल्मोड़ा सभी तरह लोग भीड़ के रूप में एकत्रित दिखें। आज सुबह से ही बेतहाशा प्राइवेट गाडियां सड़कों पर दौड़ रही है। सरकार के बार-बार आग्रह करते के बावजूद भी लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे और कहीं भी सामाजिक दूरी नजर नहीं आ रही। हालांकि चम्पावत जिला मुख्यालय से थोड़ा राहतपूर्ण समाचार प्राप्त हुए हैं परन्तु वहां भी प्राइवेट वाहनों पर अभी तक कोई रोक नहीं लगी है। इस मुश्किल घड़ी में जबकि देश एक महामारी की चपेट में हैं और हमारा उत्तराखण्ड भी इससे अछूता नहीं है ऐसे में इस तरह की लापरवाही भविष्य में हालातों को बिगाड़ सकती है। इन दृश्यों को देखकर इस बात से कतई भी इंकार नहीं किया जा सकता कि हमारे हालत भी चीन, ईरान या इटली जैसे हो सकतें हैं। कोरोना वायरस से जंग के लिए जहां सरकार हरसंभव कदम उठा रही है वहीं राज्य में घोषित लाक डाउन को आज पूरे दिन न तो जनता का साथ ही मिला और ना ही पुलिस प्रशासन उसे कंट्रोल कर पाया। हालांकि राजधानी देहरादून में पुलिस द्वारा लोगों को कंट्रोल करने के लिए लाठियां जरूर भांजी गई जिसके बाद हालात थोड़े काबू में आए।
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एक बार फैल गया तो रोके भी नहीं रूकेगा कोरोना, डब्ल्यू•एच•ओ• कर चुका है पहले ही आगाह:- उत्तराखण्ड में अगर गलती से भी कोरोना फैल गया तो फिर यह हर किसी को काल का ग्रास बना कर ही छोड़ेगा। यह बात हम ऐसे ही नहीं कह रहे हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही इस विषय में भारत सरकार को आगाह कर चुका है। वैसे भी पहाड़ में अस्पतालों की हालत आज किसी से छुपी नहीं है, अगर गलती से भी कोरोना वायरस का संक्रमण पहाड़ में फैल गया तो उसके बाद के हालातों का आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। विश्व के अन्य देशों में कोरोना की भयावहता को देखते हुए सरकार तो गम्भीर रूप से एक्शन मोड में आ चुकी है और एक के बाद ताबड़तोड़ कड़े फैसले सरकार के द्वारा लिए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक सरकार के इन फैसलों को जनता का साथ मिलता हुआ नहीं दिखाई दे रहा। जहां आज सुबह राजधानी देहरादून में घंटाघर के पास ट्रैफिक बुरी जाम हो गया तो वहीं लाक डाउन का पालन न करने के चलते रायपुर में वाइन शॉप के पास दिखे कुछ युवकों पर पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी तो डीजीपी को खुद सड़कों पर उतरकर लोगों को समझाना पड़ा। जगह-जगह रसोई गैस लेने की भीड़ लगी रही। देहरादून के ही निरजंनपुर मंडी में सब्जी और फलों के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। वहीं हरिद्वार में पुलिस कर्मियों को धारा 144 लागू करनी पड़ी।
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ऐसा ही रहा तो पंजाब और महाराष्ट्र के बाद उत्तराखण्ड में भी घोषित होगा कर्फ्यू, पूरे प्रदेश में लगेगी धारा 144:- लाक डाउन के प्रति लोगों का रवैया ऐसा ही रहा तो इस सम्भावना से कतई भी इंकार नहीं किया जा सकता कि सरकार को मजबूरी में समूचे प्रदेश में कर्फ्यू की घोषणा करनी पड़ेगी। जिसके बाद समूचे प्रदेश में धारा 144 भी स्वत: लग जाएगी और कानून का पालन न करने वालों को जेल की हवा खानी पड़ेगी। आज की तस्वीरों तो साफ-साफ यही बयां करती है कि जनता लाक डाउन का पालन करने के मूड में नहीं है जिसके बाद शासन-प्रशासन दर्शाया सख्ती बरतना भी जायज है। जहां राज्य के पिथौरागढ़ जिले में आज सुबह जाम की स्थिति बनी हुई थी और लोग भीड़ के रूप में एकत्रित थे वहीं अल्मोड़ा जिले से भी लोगों द्वारा भीड़ के रूप में एकत्रित होकर लाक डाउन का उल्लघंन करती हुई तस्वीरें सामने आई है। हल्द्वानी में तो आज बिल्कुल भी ऐसा नहीं लगा कि यहां भी लाक डाउन घोषित हुआ है हालांकि सभी सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय पूरी तरह बंद थे परन्तु फिर भी लोग घरों में कैद होने के बजाय बाजार में घूम रहे थे। बिना किसी कारण के कोई स्कूटी से घर से बाहर जा रहा था तो कोई बाइक से या पैदल ही बाजार की ओर निकल पड़ा। सब्जी मंडी के साथ ही यहां का रोडवेज स्टेशन भी लोगों से भरा हुआ नजर आया। जहां हजारों की संख्या में दूसरे राज्यों से आए हुए युवा पहाड़ की ओर जाने को इकट्ठा हुए थे। जिसका अंजाम यह हुआ कि सरकार को अपने ऐलान को ही दरकिनार करते हुए इन सभी के लिए तकरीबन 20 रोडवेज बसों का इंतजाम करना पड़ा। यह भी पढ़ें:- उत्तराखण्ड में बड़ी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या, दो और लोगों की रिपोर्ट आई पोजिटिव
