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Champawat Sukhidhang Road Accident: teachar basanti Bhatt and her daughter divyanshi also died. Champawat Sukhidhang Road Accident.

UTTARAKHAND ROAD ACCIDENT

उत्तराखण्ड

चम्पावत

चंपावत: नहीं मिला वाहन तो बारात की गाड़ी में लिफ्ट लेकर बेटी के साथ काल का ग्रास बनी शिक्षिका

Sukhidhang Road Accident: चंपावत सड़क हादसे में 4 वर्षीय बेटी के साथ शिक्षिका की मौत, मां बेटी को कुछ ऐसे खींच ले गया काल..

चम्पावत जिले में हुए भीषण सड़क हादसे से आज समूचा उत्तराखण्ड दहल उठा है। जिलेवासियों के साथ ही समूचे उत्तराखण्ड में लोग इसी हादसे के बारे में बात कर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं। बता दें कि बीती रात हुए इस भीषण सड़क हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई जिनमें एक महिला शिक्षिका बसंती और उसकी चार वर्ष की मासूम बच्ची दिव्यांशी भी शामिल हैं। ऐसा लगता है कि दोनों मां बेटी को तो जैसे मौत ही खिंचकर टनकपुर ले ग‌ई हों। बताया गया है कि बसंती को चम्पावत से अपने माइके डांडा जाना था। परंतु सीधे कोई वाहन नहीं मिल पाने के कारण वह शाम को रोडवेज की बस से अपनी बच्ची के साथ इस आशा से टनकपुर चली गई कि शायद वहां से डांडा के लिए कोई वाहन मिल जाए। लेकिन दोनों मां-बेटी को कहां खबर थी कि टनकपुर में मौत उनका इंतजार कर रही है, वाहन के रूप में सीधे यमराज ही उन्हें लेने आने वाले हैं। क्योंकि बीती रात कुछ ऐसा ही हुआ जब देर शाम तक उन्हें कोई वाहन नहीं मिला तो उन्होंने बारात की गाड़ी में लिफ्ट मांगी, और देखते ही देखते काल का ग्रास बन गई।
(Sukhidhang Road Accident)
यह भी पढ़ें- चंपावत सड़क हादसा: काला साबित हुआ मंगलवार का दिन, 14 शव बरामद, PM ने जताया दुःख

प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के चम्पावत जिले के जूप गांव निवासी बसंती भट्ट पत्नी नारायण दत्त भट्ट प्राथमिक विद्यालय डांडा में शिक्षिका थीं। इसी गांव में बसंती का मायका भी था। बताया गया है कि बीते रोज वह अपनी चार वर्षीय बेटी को लेकर मायके डांडा जा रही थीं। लेकिन काफी इंतजार के बाद भी जब उन्हें डांडा के लिए को वाहन नहीं मिला तो उन्होंने टनकपुर जाकर वाहन की तलाश करने की सोची। अब इसे विधि का विधान ही कहा जाएगा कि आमतौर अमूमन वाहनों से लबरेज रहने वाली इस सड़क मार्ग के लिए बसंती को यहां से भी कोई गाड़ी नहीं मिली। थक-हारकर वाहन का इंतजार कर रही बसंती को उस समय एक उम्मीद की किरण नजर आई जब शाम को टनकपुर आई एक बारात की गाड़ी डांडा के लिए जाने लगी। जल्दी घर पहुंचने की उम्मीद से बसंती ने उसी वाहन में लिफ्ट मांगी ‌ लेकिन घर पहुंचने से पहले ही वह मौत के मुंह में समा गई। बता दें कि बंसती के पति नारायण दत्त भट्ट राजकीय इंटर कॉलेज धौन में शिक्षक हैं। दोनों मां बेटी की अकस्मात मौत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं समूचे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।
(Sukhidhang Road Accident)

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