उत्तराखंड संगीत जगत में अपनी बेहतरीन गायिकी से छा गए युवा गायक संजीव आर्य
बागेश्वर के युवा गायक संजीव आर्य(Sanjeev Arya) छा गए अपनी बेहद खूबसूरत गायिकी से , सोशल मीडिया पर भी लोगों से मिल रहा प्यार
उत्तराखंड की लोकसंस्कृति को देश विदेशों तक पहुँचाने में यहाँ के कलाकारो और संगीत जगत से जुड़े सभी संगीतकारो का अहम योगदान है। आज हम आपको उत्तराखंड के एक ऐसे ही युवा गायक और कलाकार से रूबरू कराने जा रहे हैं जो लम्बे समय से संगीत जगत से जुड़े हुए हैं। ग्राम बिल्लेख रवाईखाल बागेश्वर निवासी संजीव आर्य(Sanjeev Arya) बागेश्वर उत्तराखंड के एक प्रसिद्ध युवा गायक / कलाकार हैं। वर्ष 2009 में उन्होंने संगीत जगत में कदम रख दिया था। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2014 में एक लोटिया दूध गाया था, जो की उस समय अपने आप में एक सुपरहिट गीत था। अगर बात करें उनके अदाकारी की तो कलाकार के रूप में उन्होंने अपने ब्लॉकबस्टर वीडियो गीत “रुमाली का गंठा”, मैं जानू कमला, डिस्को वाली भाऊजी, भावना ना जाए तू पारा दना के साथ लाखों लोगों का दिल जीता। इसी प्रकार संगीत जगत में उनका सफर चलता गया और कई सुपरहिट एलबम के बाद मार्च 2021 में उनका नया गाना ‘चश्मेवाली’ रिलीज हुआ। बता दें कि उनका नया वीडियो गीत “चाहा को अमल” जल्द ही आ रहा है।
देवभूमि दर्शन से खाश बात चीत में संजीव बताते हैं की उनकी दादी की वजह से वो पहाड़ी न्योली सुनते थे। लेकिन तब समझ तो नही आता था और उन्हें गाते हुए देख के बहुत अच्छा लगता था। उसके बाद गाजियाबाद में उनके पिता हल्द्वानी से CD खरीद के लाते थे। उसमें पहाड़ी कलाकरो को देख खुद भी अपने पहाड़ की संस्कृति के लिए कुछ करने की इच्छा जगी और इस क्षेत्र में काम करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही संजीव को छायांकन और वीडियो संपादन का भी शौक है। उन्होंने कई संगीत वीडियो भी निर्देशित किए हैं जो बंपर हिट रहे हैं जैसे सेल्फी भोजी, हिट दे छोरी उर्मिला, चंपावती की सुनीता बाना जिनको उन्हें सोशल मीडिया से काफी प्यार मिला। इतना ही नहीं उन्होंने कई नए अभिनेताओं और गायकों को भी मौका दिया है। संजीव आर्य का अपने नाम से एक यूट्यूब चैनल भी है जिसके 31 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं।